Haldwani Violence : त्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में गुरूवार को अवैध मदरसे और मस्जिदों पर बुलडोजर कार्रवाई की गई जिससे हिंसा भड़क गई और हालात पर काबू पाने के लिए दो दिन का कर्फ्यू लगा दिया लेकिन हालात अभी सामान्य बताए जा रहे हैं तो हो सकता है कि कर्फ्यू में ढील दी जाए। जिला प्रशासन का कहना है कि इसके लिए सभी पहलुओं पर विचार किया जाएगा।
बर्बाद हुई सरकारी संपत्ति उपद्रवियों से जाएगी वसूली
नगर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गुरुवार को हुई हिंसा में अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है। हल्द्वानी हिंसा मामले में 3 FIR दर्ज की गई हैं, जिसमें 1 दर्जन नामजद और 5000 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस लगातार गिरफ्तारी कर रही है। जो सरकारी संपत्ति बर्बाद हुई है, उसे उपद्रवियों से वसूला जाएगा।
पुलिस ने 5 लोग को अरेस्ट किया है, अभी तक किसी के नाम की पुष्टि नहीं हुई है। हल्द्वानी में फोर्स बढ़ा दी गई है। 1500 के करीब पुलिस के जवान तैनात हैं। नैनीताल जिले की इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। 5 उपद्रवियों की मौत की पुष्टि की गई है।
हल्द्वानी के वनभूलपुरा में हुई हिंसा के बाद वहाँ शांति और सुरक्षा व्यवस्था फिर से बहाल करने तथा दोबारा ऐसी स्थिति ना बने इस पर नज़र बनाए रखने के लिए हल्द्वानी शहर को सात जोनों में बांट दिया गया है। इसके लिए मजिस्ट्रेट और अधिकारियों को अग्रिम आदेश तक के लिए तत्काल तैनाती के आदेश जारी कर दिए गए हैं।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने हल्द्वानी हिंसा को लेकर कही ये बात
वहीं बसपा सुप्रमो मायावती ने इस हिंसा को लेकर कहा- उत्तराखण्ड राज्य के हल्द्वानी में हुई हिंसा और उसमें जान-माल की हुई क्षति अति-चिन्तनीय। अगर सरकार, प्रशासन व खूफिया तंत्र सतर्क होता तो इस घटना को रोका जा सकता था। सरकार इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराए तथा अमन-चैन भी कायम करे।

अभी भी हालात सामान्य नहीं हैं। हल्द्वानी की आग उत्तर प्रदेश के बरेली में भी देखने को मिली। हालांकि यूपी की योगी आदित्यनाथ सरकार पहले से ही इतनी सख्त थी कि अराजक तत्वों के मंसूबों पर पानी फेर दिया गया।