जयपुर में राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) की दिनदहाड़े 5 दिसंबर को हत्या कर दी गई जिसके बाद से जयपुर में करणी सेना से जुड़े लोगों ने जमकर प्रदर्शन किया और भारत के कई क्षेत्रों में जहां जहां करणी सेना से जुड़े लोग मौजूद हैं प्रदर्शन कर रहे हैं सुखदेव की हत्या के बाद से लेकिन आप तो जानते हैं कि इस तरह का काम करने के लिए पूरा प्लान पहले से किया जाता है ठीक ऐसा ही है इस मामले में भी।
खूंखार गैंगस्टर आनंदपाल और लॉरेंस की दुश्मनी बन गई गोगामेड़ी की मौत की वजह?
आपने गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम तो सुना ही होगा उसके गैंग के ही रोहित गोदारा ने ही इस हत्या की जिम्मेदारी ली अब आपको बताते हैं पूरी कहानी की शुरूआत। दरअसल आनंदपाल की वजह से सुखदेव की हत्या (Sukhdev Singh Gogamedi) की गई अब आप सोच रहे होगें कि आनंदपाल कौन है वो इस मामले में कैसे शामिल है तो आपको बता दें आनंदपाल जयपुर का खूंखार गैंगस्टर था और राजपूत समाज आनंदपाल को मसीहा की तरह मानते थे, आनंदपाल और लॉरेंस का 36 का आंकड़ा था और आनंदपाल की दोस्ती सुखदेव से थी और कई ऐसी चीजें हुईं जिससे दुश्मनी इतनी गहरी हुई कि सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा।
24 जून साल 2017 में आनंदपाल की पुलिस एनकाउंटर द्वारा मौत हो गई तो सुखदेव (Sukhdev Singh Gogamedi) ने आनंदपाल की लाश बीच सड़क पर रखकर 15 दिन तक धरना प्रदर्शन किया, आनंदपाल राजपूत था और सुखदेव सिंह राजपूत के नेता थे, गोगामेड़ी आनंदपाल की वकालत करते थे और ये बात लॉरेंस को पता लगी और सुखदेव तभी से लॉरेंस के निशाने पर आ गए कहानी केवल इतनी ही नहीं सुखदेव प्रॉपर्टी डीलिंग का भी काम करते थे और इस कारण से उनकी कई दुश्मनी भी हो गईं थीं।
राजपूत समाज और जाट समाज को लेकर भी मामले को जा रहा देखा जानें कैसे?
आनंदपाल की मौत के बाद गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) की दोस्ती गैंगस्टर राजू थेहट से थी और राजू भी लॉरेंस गैंग के निशाने पर था क्योंकि उसका भी लॉरेंस से छत्तीस का आंकड़ा था 3 दिसंबर 2022 को राजू थेहट की हत्या कर दी गई और लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने इसकी जिम्मेदारी ली और उसके बाद सुखदेव सिंह गोगामेड़ी टारगेट पर आ गए रोहित गोदारा ने कहा कि सुखदव केवल राजपूत समाज की मदद करते हैं जाट समाज के साथ इंसाफ नहीं करते।
लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सुखदेव की मौत का जाल बुना
रोहित गोदारा ने सुखदेव को धमकी देना शुरू किया लेकिन गोगामेड़ी (Sukhdev Singh Gogamedi) ने शुरू में धमकियों को सीरियस नहीं लिया इस बीच लॉरेंस गैंग के गैंगस्टर ने कई हत्या करवाने की जिम्मेदारी ली तब सुखदेव सिंह ने धमकियों को सीरियस लेते हुए साल 2023 में पुलिस में जादकर इस बात की जानकारी बताई और अपनी सुरक्षा की मांग की और इस बीच रोहित पूरी प्लानिंग में जुटा हुआ था उसने पहले ऐसे शख्स की तलाश शुरू की जो सुखदेव को जानता हो और रोहित गोदारा को पता लगा जयपुर के कपड़ा व्यापारी नवीन शेखावत गोगामड़ी को जानता था क्योंकि नवीन भी राजपूत था गैंगस्टर रोहित ने नेटवर्क के जरिए ये भी पता लगा लिया था कि नवीन शेखावत के एक रिश्तेदार की शादी अगले महीने है ऐसे में वो कार्ड देने सुखदेव के घर जरूर जाएगा बस मकड़ी की तरह रोहति ने जाल भुना और ऐसे शूटर आदमी ढूंढे जो उसका काम कर सकें।
नवीन शेखावत के जरिए रोहित गोदारा ने गोगामेड़ी की हत्या को दिया अंजाम
रोहित गोदारा को दो शूटर रोहित राठौर और दूसरा नितिन फौजी के रूप में मिल गए दोनों ने पहले नवीन से दोस्ती बढ़ाई जिससे वो सुखदेव (Sukhdev Singh Gogamedi) के घर जा सके। नवीन को भी दोनों पर भरोसा हो गया और 5 दिसंबर को नवीन रोहित राठौर और नितिन फौजी को लेकर गोगामेड़ी के घर पहुंचा सुखदेव को जब पता लगा नवीन उससे मिलने आया तो बिना चेकिंग के अंदर आने दिया 10 मिनट तो पहले बात चली और फिर ठांय ठांय रोहित राठौर और नितिन फौजी ने सुखदेव सिंह गोगामेड़ी पर गोलियां से वार कर दिए नवीन कुछ समझ पाता सेकेंडो में काम करके आरोपी फरार हो गए। आरोपियो ने गार्ड पर भी गोलियां चलाकर उसे घायल कर दिया था और साथ ही नवीन को भी मार डाला अभी तक फरार चल रहें हैं।
विपक्ष का सत्ता पक्ष पर हमला जारी
इसके बाद रोहित गोदारा ने बिना डर के ही सोशल मीडिया पर सुखदेव की हत्या की जिम्मेदारी लेते हुए कहा कि हमारा भाई नवीन शेखावत भी इसमें शहीद हो गया (Sukhdev Singh Gogamedi) हमारा जो फर्ज है उसे निभाएंगे। इसके बाद से विपक्ष ने सत्ता पक्ष पर निशाना साधते हुए 3 दिसंबर 2023 को भाजपा ने राजस्थान में जीत हासिल की और अपराधियों के हौसले बुलंद हो गए गहलोत के जाते ही करणी सेना के अध्यक्ष की हत्या हो गई।