Greater Noida: बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की नई पेंशन योजना में गड़बड़ी पकड़ी गई है। अकेले गौतमबुद्धनगर जिले में 25 से अधिक सरकारी शिक्षकों के खातों में गड़बड़ी सामने आई है, जबकि करीब 60 बैंक खाते संदेह के घेरे में हैं। फिलहाल जांच चल रही है. इस खुलासे के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। पूरा मामला बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों और कर्मचारियों के लिए नई पेंशन योजना के इर्द-गिर्द घूमता है, जिसमें वेतन का 10% और राज्य का 14% हिस्सा नेशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी लिमिटेड (एनएसडीएल) को हस्तांतरित किया जाता है। हालाँकि निजी बैंकों में भी राशि हस्तांतरित करना एक मानक प्रक्रिया है, लेकिन आमतौर पर ऐसे स्थानांतरण से पहले शिक्षकों की सहमति मांगी जाती है। उनकी सहमति के बिना स्थानांतरण नहीं होता। इससे विभाग में खलबली मच गई है।
उच्च अधिकारियों से आदेश मिलने के बाद इस मामले की गंभीरता से जांच शुरू हो गई है. नियम में यह प्रावधान है कि राशि को निजी बैंकों में भी स्थानांतरित किया जाना चाहिए, लेकिन आश्चर्यजनक पहलू यह है कि विभाग ने कथित तौर पर शिक्षकों की एनपीएस राशि को उनकी सहमति के बिना निजी बैंकों में जमा कर दिया है। यह गंभीर चिंता का विषय बन गया है। उपलब्ध जानकारी के अनुसार विभागीय स्तर पर शिक्षकों की सहमति के बगैर एनपीएस की राशि निजी बैंक खातों में जमा किये जाने का मामला सामने आया है. इस संबंध में अब तक ऐसे 25 खातों की पहचान की जा चुकी है, जबकि करीब 60 खातों की जांच चल रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासनिक स्तर पर गहन जांच करायी गयी।
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प्रशासनिक स्तर पर ऑनलाइन मॉनिटरिंग के दौरान पता चला कि पेंशन की राशि बिना शिक्षकों से आवश्यक अनुमोदन के निजी बैंकों में जमा कर दी गयी है. खुलासे के बाद विभागीय स्तर पर तत्काल जांच शुरू हो गई। इस मामले के आलोक में उच्च अधिकारियों ने दो दिनों के अंदर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया है. जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।