महाराष्ट्र में पार्टी पर अधिकार को लेकर चाचा और भतीजा में तकरार बरकरार है। जहां एक ओर भतीजे अजित पवार एनसीपी पर अपना दावा कर रहे है तो वही दूसरी ओर चाचा शरद पवार एनसीपी पर अपना अधिकार बता रहे है। उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने चुनाव आयोग में पार्टी और पार्टी सिंबल पर दावा किया है। अजित पवार गुट ने अपने समर्थन में विधायकों और सांसदों के 40 से अधिक हलफनामे दाखिल किए हैं। शरद पवार गुट ने भी चुनाव आयोग में कैविएट दाखिल कर कहा है कि कोई भी निर्णय लेने से पहले उनका भी पक्ष सुना जाना चाहिए।
गौरतलब है कि चुनाव आयोग ने एनसीपी के दोनों गुटों को संबंधित दस्तावेज जमा कराने को कहा है। बता दें कि मामले में चुनाव आयोग जल्द ही सुनवाई शुरू कर सकता है। सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग को सांसदों/विधायकों के 40 हलफनामों सहित एक याचिका प्राप्त हुई है। इसमें बिना तारीख का प्रस्ताव है जिसमें सर्वसम्मति से अजित पवार को राकांपा का अध्यक्ष चुना गया है।
सूत्रों के अनुसार चुनाव आयोग को शरद पवार गुट के महाराष्ट्र राज्य राकांपा के अध्यक्ष जयंत पाटिल से कैविएट दाखिल करने वाला तीन जुलाई का एक ईमेल प्राप्त हुआ है। आयोग को पाटिल का तीन जुलाई का एक पत्र भी मिला है, जिसमें बताया गया है कि महाराष्ट्र विधानसभा के नौ सदस्यों की अयोग्यता के लिए अयोग्यता कार्यवाही सक्षम प्राधिकारी के समक्ष दायर की गई है।