लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के दो लाख, 853 लाभार्थियों के खाते में एक हजार, 341.17 करोड़ रुपये का ऑनलाइन हस्तांतरण किया। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) एवं पीएम स्वनिधि योजना के लाभार्थियों से संवाद भी किया।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार में शासन की योजनाओं से प्रत्येक नागरिक बेहतर ढंग से लाभावान्वित हो रहा है। पूर्व की सरकारों में भ्रष्टाचार की शिकायतें आती थीं और बेईमान गरीबों का पैसा बंदरबाट कर लिया जाता था। गरीब देखता रह जाता था। अब प्रधानमंत्री ने ऐसी व्यवस्था बनाई है, जिससे अब हर गरीब के खाते में योजनाओं का पूरा पैसा पहुंच रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जब अच्छी सरकार चुनी जाती है तो योजनाओं का लाभ बिना भ्रष्टाचार एवं भेदभाव के समाज के अंतिम पायदान तक पहुंचता है। प्रधानमंत्री की संकल्पना सुफल है कि आज गरीबों के खाते में पैसा सीधा उनके अकाउंट में पहुंच रहा है।
साढ़े चार वर्षो में 40 लाख गरीबों को आवास : योगी
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्ष के दौरान हमारी सरकार ने ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में लगभग 40 लाख गरीबों को एक-एक आवास उपलब्ध करवाया है। अकेले शहरी क्षेत्र में 17 लाख, 16 हजार से अधिक गरीबों को इस योजना का लाभ मिला है, जिनमें से आठ लाख, 65 हजार आवास अब तक बन करके तैयार हो चुके हैं। हमारा प्रयास है कि प्रधानमंत्र की मंशा के अनुरूप 2022 तक हर जरूरतमंद गरीब को योजना का लाभ मिले।
इसके पूर्व मुख्यमंत्री योगी ने सभी लाभार्थियों को श्री कृष्ण जन्माष्टमी की बधाई दी और कहा कि यह पर्व आप सबके जीवन में एक नए मंगलमय समाचार के साथ आया है। आज प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के अंतर्गत दो लाख, 853 लाभार्थियों के खाते में एक हजार, 341 करोड़ रुपए से अधिक की राशि वितरित की गई है। जो धनराशि वितरित की गई है, इसमें प्रथम, द्वितीय और तृतीय किस्त की राशि दी जा रही है। उन्होंने कहाकि यह ‘सभी को घर’ के लक्ष्य की ओर एक मजबूत कदम है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, पहले देश के एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि हम 100 रुपये भेजते हैं तो गरीब के खाते में मात्र 15 रुपये पहुंच पाते हैं, यानी 85 रुपये पहले बेईमानी से दूसरे लोग हड़प जाते थे और गरीब देखता रह जाता था। आज के प्रधानमंत्री मोदी ने एक ऐसी व्यवस्था कर दी है कि अगर 100 रुपये किसी गरीब के लिए स्वीकृत हुआ है तो 100 के 100 का लाभ उस गरीब तक पहुंचता है।