मेरठ :- मेरठ में शुक्रवार को राजस्नेह ग्रुप के निदेशकों के चार ठिकानों पर सीबीआई ने छापा मारा। राजस्नेह के निदेशकों पर फर्जी कागजातों के आधार पर बैंकों से करोड़ों रुपए का लोन कराने के आरोप है। सीबीआई की टीम ने निदेशकों के घर और प्रतिष्ठानों में कागजात तलाश करती रही।
मेरठ के बड़े व्यापारिक समूहों में शामिल रहे राजस्नेह ऑटो इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों के घर और व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर सीबीआई ने शुक्रवार को छापेमारी की। सीबीआई ने राजस्नेह के निदेशक अशोक जैन के सूर्य पैलेस स्थित आवास, निदेशक मनोज गुप्ता के सदर बाजार स्थित आवास, अनिल जैन के मोहकमपुर स्थित वर्धमान फ्लोर मिल और अशोक जैन के प्रेमपुरी स्थित पुराने आवास में सीबीआई ने एक साथ छापा मारा।
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने घर के भीतर सभी परिजनों को एक जगह एकत्र कर उनको ड्राइग रूम में बैठा दिया और उनके मोबाइल फोन भी अपने कब्जे में ले लिये। सीबीआई की टीम ने परिजनों से लोन संबंधी कागजातों के बारे में भी पूछताछ की। बताया जाता है कि कार कंपनियों के डीलर रहे राजस्नेह फर्म ने करोड़ों रुपए का लोन लेने के लिए फर्जी कागजात लगाए हैं। स्थानीय पुलिस को साथ लेकर सीबीआई ने छापामार कार्रवाई की। सीबीआई ने घरों और प्रतिष्ठान से काफी कागजात अपने कब्जे में लिए हैं। राजस्नेह के निदेशकों से भी पूछताछ की गई है। घर और प्रतिष्ठान के आसपास के क्षेत्र को भी सील कर दिया गया। कोई भी स्थानीय पुलिस अधिकारी इस छापेमारी की जानकारी नहीं दे रहा। दोपहर बाद तक सीबीआई की छापेमारी चल रही थी।
Publish by- shivam Dixit
@shivamniwan