गाजियाबाद में यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती के लिए एक नई सॉफ्टवेयर व्यवस्था लागू की गई है। कमिश्नरेट गाजियाबाद ने यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती के लिए एक विशेष सॉफ्टवेयर विकसित किया है, जिसे ‘ट्रैफिक पर्सनेल डेप्लॉयमेंट सिस्टम’ (TPDS) नाम दिया गया है।
कैसे काम करता है TPDS
इस नए सॉफ्टवेयर के तहत यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती अब पूरी तरह से मैन्युअल प्रक्रिया की बजाय सॉफ्टवेयर के माध्यम से की जाएगी। प्रारंभ में सॉफ्टवेयर का ट्रायल किया गया और सफलता प्राप्त होने के बाद इसे इस महीने से लागू कर दिया गया है। एडीसीपी ट्रैफिक पीयूष सिंह ने बताया कि TPDS रेंडमाइजेशन एल्गोरिथम पर आधारित है, जो हर महीने के लिए ड्यूटी चार्ट तैयार करेगा। इस सॉफ्टवेयर का मुख्य उद्देश्य तैनाती की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाना है, जिससे भविष्य में किसी भी प्रकार की शंका और विवाद को रोका जा सके।
315 कांस्टेबल 170 ड्यूटी पॉइंट्स पर करते है ड्यूटी
गाजियाबाद में कुल 170 ड्यूटी पॉइंट्स हैं, जहां पर यातायात पुलिस कर्मियों की तैनाती की जाती है। शहर में कुल 650 यातायात कर्मी हैं, जिनमें से 315 कांस्टेबल हैं। अब महीने भर के लिए तैनाती की प्रक्रिया और रिजर्व में रहने वाले पुलिसकर्मियों की नियुक्ति भी इसी सॉफ्टवेयर के माध्यम से की जाएगी।अधिकारियों का दावा है कि इस सॉफ्टवेयर के लागू होने से तैनाती प्रक्रिया में पूरी पारदर्शिता बनी रहेगी, और इससे पहले उठने वाले सवालों और विवादों की संभावना कम हो जाएगी।