Farmer Protest: किसान आंदोलन के बीच एक बड़ा ऐलान हुआ है. किसान नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि 26 फरवरी को ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा. वे सभी राजमार्गों पर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली की ओर बढ़ते हुए राजमार्ग के एक तरफ विरोध प्रदर्शन करेंगे।
उगराहां ने आगे कहा कि 14 मार्च को रामलीला मैदान में एक महापंचायत होगी. साथ ही उन्होंने खनौरी बॉर्डर पर जान गंवाने वाले प्रदर्शनकारी के परिवार के लिए मुआवजे की मांग की और हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर और गृह मंत्री अनिल विज के खिलाफ धारा 302 के तहत हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की.
उन्होंने बताया कि हमने छह सदस्यीय समन्वय समिति बनाने का निर्णय लिया है. समिति का काम विरोध करने वाले संगठनों के साथ लगातार बैठकें और चर्चा करना होगा. दरअसल, प्रदर्शनकारी किसान पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर जुटे हुए हैं.
सरवन सिंह पंधेर ने क्या मांग की?
किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने खनौरी सीमा पर एक प्रदर्शनकारी की मौत के लिए जिम्मेदार व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की। उन्होंने कहा, ”हम चाहते हैं कि पंजाब सरकार इस घटना के संबंध में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत मामला दर्ज करे.”
गौरतलब है कि खनौरी बॉर्डर पर झड़प में प्रदर्शनकारी शुभकरण की मौत और 12 पुलिस कर्मियों के घायल होने के बाद किसान नेताओं ने बुधवार (फरवरी 21, 2024) को ‘दिल्ली मार्च’ दो दिनों के लिए स्थगित कर दिया था।
संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानूनी गारंटी, फसल एवं कृषि ऋण माफी सहित अपनी विभिन्न मांगों के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए ‘दिल्ली चलो’ आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हैं।
प्रदर्शनकारी किसान क्या मांग कर रहे हैं?
इसके अलावा फसलों के एमएसपी की कानूनी गारंटी, स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करना, किसानों और खेतिहर मजदूरों के लिए पेंशन प्रदान करना, कृषि ऋण माफ करना, किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेना, लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों को न्याय और पिछले हिंसा के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देना शामिल है।