Agra News : उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में करणी सेना द्वारा आयोजित ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ के दौरान कानून व्यवस्था को खुली चुनौती देते हुए मंच से खुलेआम तलवारें और डंडे लहराए गए। यह कार्यक्रम कुबेरपुर इलाके में आयोजित किया गया था, जहां करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने (Rana Sanga) मंच से राज्यसभा सांसद डॉ. रामजीलाल सुमन के खिलाफ उग्र भाषण दिए और उन्हें “उनकी ही भाषा में जवाब देने” की धमकी दी।
कार्यक्रम में करणी सेना के कई पदाधिकारियों ने हथियारों के साथ शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान सोशल मीडिया पर कार्यक्रम का वीडियो तेजी से वायरल हो गया, जिसमें मंच से तलवारें लहराते हुए कार्यकर्ताओं को देखा जा सकता है। जैसे ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, वहां मौजूद भीड़ और अधिक आक्रोशित हो गई। पुलिस के सामने ही तलवारें और डंडे लहराते हुए नारेबाजी की गई और प्रदर्शनकारी और आक्रामक हो गए।
पुलिस को हटना पड़ा पीछे
जानकारी के अनुसार, जब प्रशासन की ओर से एडिशनल कमिश्नर के नेतृत्व में टीम वहां पहुंची, तो भीड़ के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए पुलिस को पीछे हटना पड़ा। इस घटनाक्रम ने कानून व्यवस्था को लेकर कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, खासकर तब जब मौके पर पहले से ही भारी पुलिस बल तैनात था।
करणी सेना का यह विरोध राज्यसभा में दिए गए सांसद रामजीलाल सुमन के उस बयान के खिलाफ था, जिसे उन्होंने क्षत्रिय समाज के लिए अपमानजनक बताया है। इस बयान के विरोध में प्रदेश भर में क्षत्रिय संगठनों द्वारा प्रदर्शन किए जा रहे हैं।
प्रशासन ने शुरू की मामले की जांच
हालांकि, डॉ. रामजीलाल सुमन का कहना है कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है। वहीं समाजवादी पार्टी और दलित संगठनों का कहना है कि यह विवाद जानबूझकर राजनीतिक फायदे और जातीय ध्रुवीकरण के मकसद से खड़ा किया गया है।
इस घटनाक्रम के बाद प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर गर्माहट आ गई है। खुलेआम हथियारों का प्रदर्शन, पुलिस के सामने धमकी भरे भाषण और नारेबाजी से यह सवाल खड़ा हो गया है कि आखिर कानून का भय कहां है?
प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। अब निगाहें इस पर टिकी हैं कि क्या इस पूरे मामले में सख्त कानूनी कार्रवाई होगी या फिर यह भी सिर्फ एक राजनीतिक शो बनकर रह जाएगा।