Delhi : दिल्ली के परिवहन मंत्री पंकज कुमार सिंह ने मंगलवार को बसें उपलब्ध करवाने वाली कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की, जिसमें उन्होंने दिल्ली की परिवहन व्यवस्था को सुधारने के लिए कई अहम घोषणाएं की। मंत्री ने बताया कि इस साल दिल्ली की सड़कों से चरणबद्ध तरीके से करीब 5000 डीटीसी और क्लस्टर की बसें हटाई जाएंगी। इसके अलावा, मार्च के अंत तक लगभग 2000 बसें हटाई जाएंगी।
मंत्री पंकज कुमार सिंह ने कहा, दिल्ली में बसों की कमी नहीं होगी। पहली अप्रैल से हर सप्ताह बसों की संख्या को बढ़ाया जाएगा। इस महीने के अंत तक करीब 2,000 नई ई-बसें सड़कों पर उतरेंगी। इनमें 12 मीटर और 9 मीटर लंबाई की बसें शामिल होंगी, जो मेक इन इंडिया के तहत निर्मित हैं। उन्होंने यह भी कहा कि इन बसों में कुछ तकनीकी कमियां थीं, जिन्हें दूर कर अब इन्हें संचालन के लिए पूरी तरह तैयार किया जा रहा है।
महिला यात्रियों के लिए मुफ्त बस सेवा जारी रखने की पुष्टि
उन्होंने महिला (Delhi) यात्रियों के लिए मुफ्त बस सेवा जारी रखने की भी पुष्टि की और बताया कि दिल्ली को जाम-मुक्त बनाने की दिशा में काम किया जा रहा है। पंकज कुमार सिंह ने आगे कहा, हम यह सुनिश्चित करेंगे कि जहां अभी बसों की पहुंच नहीं है, वहां जल्द ही यह सुविधा उपलब्ध हो। मंत्री ने पूर्व सरकार की आलोचना करते हुए कहा, पिछली सरकार की नीतियों ने डीटीसी को नुकसान पहुंचाया, लेकिन हमारी सरकार भ्रष्टाचार-मुक्त बस सेवा प्रदान करेगी और डीटीसी को लाभ में पहुंचाएगी।
दिल्ली (Delhi) सरकार के द्वारा मोहल्ला बसों के संचालन को लेकर भी काफी चर्चा हुई थी। इस योजना के तहत 2000 छोटी बसों को दिल्ली में चलाने की योजना थी, विशेष रूप से उन क्षेत्रों में जहां डीटीसी और क्लस्टर बसें नहीं जा सकतीं। हालांकि, इस योजना में अभी कुछ तकनीकी और संचालन संबंधी समस्याएं हैं। पंकज कुमार सिंह ने बताया कि मोहल्ला बसों का ट्रायल चल रहा था, लेकिन बस प्रदाता कंपनियों ने टेंडर के कुछ शर्तों को पूरा नहीं किया, जिसके कारण सरकार ने छह महीने तक के लिए 10 प्रतिशत भुगतान रोकने का निर्णय लिया है। मंत्री ने यह भी चेतावनी दी कि यदि कंपनियां अपनी शर्तों को पूरा नहीं करेंगी तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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