UP Weather: उत्तर भारत के पहाड़ी राज्यों के साथ ही पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शीत लहर का असर तेजी से बढ़ रहा है। जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में मंगलवार को इस सीजन का सबसे ठंडा दिन दर्ज किया गया, जहां न्यूनतम तापमान माइनस 9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। वहीं, जम्मू संभाग के विभिन्न जिलों में भी ठंड और गलन का असर बढ़ता जा रहा है।
मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून के निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार, उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में रविवार से शुरू हुए मौसम में बदलाव के कारण शीत लहर ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। इसका प्रभाव दिल्ली और एनसीआर के जिलों में भी नजर आ रहा है। अनुमान है कि बुधवार को भी शीत लहर का प्रकोप जारी रहेगा।
सुबह-शाम ठंड का एहसास, दिन में राहत
उत्तर पश्चिम भारत में ठंड बढ़ने के आसार हैं, खासकर दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में। मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तर पश्चिम से आने वाली ठंडी हवाओं के कारण सुबह और शाम को कंपकंपी का एहसास होगा। हालांकि दिन के समय खिलने वाली चटख धूप से अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि हो सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में शीत लहर का खतरा भले न हो, लेकिन ठंड में बढ़ोतरी होना तय है। बुधवार से ठंडी हवाओं की स्थिति और गंभीर हो सकती है।
शीत लहर के चार दिनों तक जारी रहने की संभावना
मौसम विभाग ने उत्तर पश्चिम भारत में बुधवार से शीत लहर के प्रभाव में वृद्धि होने का अनुमान जताया है। अगले चार दिनों तक ठंड का प्रकोप बढ़ सकता है, जिससे दिल्ली और आसपास के इलाकों में ठंड की स्थिति और भी खराब हो सकती है।
मंगलवार को दिल्ली में दिन के समय गुनगुनी धूप से लोगों को राहत मिली और अधिकतम तापमान में मामूली वृद्धि हुई। लेकिन सुबह और शाम के समय ठंडी हवाओं का असर बना रहा। वहीं, पहाड़ी क्षेत्रों में दिन में धूप राहत जरूर दे रही है, लेकिन रात के समय ठंड और पाला बढ़ने से मुश्किलें बनी हुई हैं।
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बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह
पिछले दो दिनों में मौसम के तेजी से बदलते मिजाज को देखते हुए प्रशासन ने स्कूली बच्चों और बुजुर्गों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। चिकित्सकों का कहना है कि ठंड के इस मौसम में बच्चे और बुजुर्ग जल्दी बीमार पड़ सकते हैं।