लखनऊ :- उत्तर प्रदेश जल निगम संघर्ष समिति से जुड़े कर्मचारियों ने गुरुवार को निगम कार्यालयों में काला फीता बांधकर कार्य करना शुरु किया। उत्तर प्रदेश के प्रत्येक जनपद में अपने कार्यस्थल पर पहुचें कर्मचारियों ने काला फीता बांधा और अपनी विभिन्न मांगों को दोहराया है।
उप्र जल निगम में सक्रिय यूनियनों को संगठित कर बनाये उत्तर प्रदेश जल निगम संघर्ष समिति के सह संयोजकों गौरी शंकर सिंह कुशवाहा और आकाश श्रीवास्तव ने बताया कि समिति के आह्वान पर पूरे प्रदेश में आज से 26 अगस्त तक काला फीता बांधकर कार्य करने का कार्यक्रम चलेगा। इसके बाद 27 अगस्त को जिला मुख्यालयों पर रैली निकालकर कर्मचारी अपनी मांगों का ज्ञापन देने का कार्यक्रम करेंगे।
उन्होंने बताया कि जल निगम के कार्यालयों में सुबह से ही कर्मचारियों का काला फीता बांधकर पहुंचना हुआ। काला फीता बांधे कर्मचारी बिन्दुवार सात मांगों पर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसमें मुख्य रुप से जल निगम के कर्मचारियों को सरप्लस बताते हुए नगर निकाय और पंचायतीराज विभागों में भेजे जाने का विरोध है।
उन्होंने बताया कि उप्र जल निगम में वर्तमान में 5262 प्रशिक्षित नियमित फील्ड कर्मचारी है जो 50 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके हैं, 2025 के बाद इसमें से 2656 कर्मचारी सेवानिवृत भी हो जाएगें। ऐसे में उन्हें दूसरे विभाग में भेजे जाने से उनका भविष्य संकट में हो जाएगा।
उन्होंने आगामी योजना के बारे में बताया कि दो सितम्बर को लखनऊ चलो अभियान तय हुआ है। इसमें कुछ कर्मचारी छोड़कर ज्यादा कर यूनियनों के पदाधिकारी लखनऊ बुलाये गये हैं। अभी हाल ही में जिला मुख्यालयों पर अपनी मांगों का ज्ञापन कर्मचारियों ने सौंपा था, इन्हीं मांगों को लेकर हम लखनऊ में प्रदर्शन करेंगे।
Publish by- shivam Dixit
@shivamniwan