Noida: सुप्रीम कोर्ट द्वारा डीएनडी फ्लाईवे पर टोल वसूली के प्रयासों को खारिज किए जाने के बाद अब नोएडा अथॉरिटी हरकत में आ गई है। अथॉरिटी ने फ्लाईवे का निर्माण करने वाली कंपनी नोएडा टोल ब्रिज कंपनी लिमिटेड से 330 एकड़ जमीन वापस लेने के लिए जनवरी से सर्वे कराने का निर्णय लिया है।
सर्वे जल्द होगा शुरू
नोएडा अथॉरिटी के अधिकारियों के मुताबिक, जमीन के सर्वे का काम इसी सप्ताह से शुरू करने का प्रयास किया जाएगा। अगर किसी कारणवश यह प्रक्रिया इस सप्ताह शुरू नहीं हो पाती है, तो इसे 15 जनवरी तक पूरा कर लिया जाएगा। सर्वे के बाद जमीन को वापस लेने की कार्रवाई तेज की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने बीते सप्ताह इलाहाबाद हाई कोर्ट के फैसले को बरकरार रखते हुए डीएनडी फ्लाईवे पर टोल नहीं लगाने का आदेश दिया था। इस फैसले के बाद नोएडा अथॉरिटी को काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। अब अथॉरिटी ने खाली पड़ी करीब 330 एकड़ जमीन को वापस लेने की प्रक्रिया शुरू करने का फैसला लिया है।
454 एकड़ जमीन दी गई थी
नोएडा प्राधिकरण ने साल 1997 में दिल्ली-नोएडा-डायरेक्ट फ्लाईवे के निर्माण के लिए नोएडा टोल ब्रिज कंपनी लिमिटेड को कुल 454 एकड़ जमीन दी थी। इसमें से 124 एकड़ जमीन का उपयोग डीएनडी फ्लाईवे और अन्य निर्माण कार्यों के लिए किया जा चुका है। अब प्राधिकरण 330 एकड़ खाली जमीन वापस लेने की योजना बना रहा है।
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जमीन की कीमत अरबों रुपये में
नोएडा प्राधिकरण द्वारा वापस ली जाने वाली जमीन की अनुमानित कीमत अरबों रुपये आंकी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि सर्वे पूरा होने के बाद इस जमीन का उपयोग सार्वजनिक और विकास कार्यों के लिए किया जाएगा