Noida: पिछले साल आई भीषण बाढ़ को देखते हुए जब यमुना और हिंडन नदियों का पानी गौतम बुद्ध नगर के बाढ़ वाले इलाकों में घरों में घुस गया था, नोएडा जिला प्रशासन ने इस मानसून के मौसम में एहतियाती कदम उठाए हैं। इन नदियों के पास बाढ़ की आशंका वाले इलाकों में रहने वाले 1,000 से ज़्यादा निवासियों को नोटिस जारी किए गए हैं, जिसमें उन्हें सुरक्षित इलाकों में जाने की सलाह दी गई है।
प्रशासन के सक्रिय दृष्टिकोण का उद्देश्य बाढ़ के जोखिम को कम करना है, जो आने वाले हफ़्तों में भारी बारिश से और बढ़ सकता है। इस साल की तैयारियाँ पिछले साल की चुनौतियों का सीधा नतीजा हैं, जब प्रशासन को लगभग एक हफ़्ते तक बाढ़ को संभालने में संघर्ष करना पड़ा था।
तीन तहसीलों में नोटिस जारी किए गए
उत्तर प्रदेश राज्य सरकार ने बरसात के मौसम में बाढ़ से जुड़ी घटनाओं की संभावना को देखते हुए गौतम बुद्ध नगर को संवेदनशील ज़िले के रूप में वर्गीकृत किया है। इसके परिणामस्वरूप, जिला प्रशासन ने सदर, दादरी और जेवर की तहसीलों में अभियान चलाकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में 1,000 से अधिक निवासियों को नोटिस जारी किए हैं। अकेले सदर तहसील में ही 500 नोटिस वितरित किए गए हैं। इस तहसील के कई गांवों में बाढ़ का खतरा काफी अधिक है और निवासियों से सुरक्षित स्थानों पर जाने का आग्रह किया जा रहा है।
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यमुना और हिंडन नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है
पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण यमुना और हिंडन नदियों का जलस्तर बढ़ने की आशंका है। एडीएम (वित्त एवं राजस्व) अतुल कुमार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले निवासियों को मंगलवार को नोटिस जारी कर उन्हें अपने घर खाली करने की सलाह दी गई है। प्रशासन की समय पर की गई कार्रवाई का उद्देश्य पिछले साल हुई कठिनाइयों को रोकना और निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है।