Greater Noida: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर स्थित किसान भवन सिसौली में सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न से सम्मानित चौधरी चरण सिंह की जयंती के अवसर पर युवा संवाद 3.0 कार्यक्रम और मासिक पंचायत का आयोजन किया गया। इस अवसर पर क्षेत्रीय किसानों के साथ-साथ पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, बिहार और राजस्थान के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
गन्ने का भाव ₹500 प्रति क्विंटल घोषित करने की मांग
कार्यक्रम की शुरुआत किसान भवन परिसर में हवन और स्कूल के बच्चों द्वारा देशभक्ति कार्यक्रमों के साथ हुई। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी चरण सिंह की सच्ची श्रद्धांजलि उनके बताए मार्ग पर चलकर ही दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि आज देश का किसान संकट से जूझ रहा है। सरकार ने दिन में बिजली देकर कुछ अच्छे कार्य किए हैं और एकमुश्त समाधान योजना लागू की है, जिससे किसानों को लाभ हुआ है।
चौधरी नरेश टिकैत ने कहा कि गन्ने का आधा सीजन बीत चुका है, लेकिन अभी तक गन्ने का भाव घोषित नहीं किया गया है। उन्होंने सरकार से बढ़ती महंगाई को ध्यान में रखते हुए गन्ने का भाव ₹500 प्रति क्विंटल घोषित करने की मांग की।
सरकार की गलत नीतियों का विरोध जारी रहेगा
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि नए-नए कानून लाकर किसानों के अधिकारों पर प्रहार किया जा रहा है। उन्होंने गौतम बुद्ध नगर में भूमि अधिग्रहण के विरोध में प्रदर्शन कर रहे किसानों को जेल भेजे जाने की निंदा की। टिकैत ने घोषणा की कि 30 दिसंबर को गौतम बुद्ध नगर के जीरो पॉइंट पर पंचायत आयोजित की जाएगी।
7 जनवरी को जिला मुख्यालयों पर पंचायतें
राकेश टिकैत ने बताया कि किसान एमएसपी गारंटी कानून सहित अन्य मांगों को लेकर लंबे समय से आंदोलन कर रहे हैं। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल 28 दिनों से आमरण अनशन पर हैं, लेकिन सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। इसी मुद्दे पर 7 जनवरी 2025 को देशभर में जिला मुख्यालयों पर पंचायतों का आयोजन होगा। भारतीय किसान यूनियन की ओर से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।
ये भी पढें..
आंदोलन और पंचायतों का विस्तार
टिकैत ने कहा कि देशभर में किसानों के हक के लिए पंचायतें आयोजित की जाएंगी। उन्होंने किसानों से एकजुट होकर सरकार की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने का आह्वान किया।