Greater Noida News: ग्रेटर नोएडा के सोरखा गांव में जिला प्रशासन ने ग्राम समाज की 100 बीघा सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बसाई जा रही कॉलोनी पर बुलडोजर चला दिया। कॉलोनाइजरों ने इस जमीन पर अवैध कब्जा कर बाउंड्री वॉल बनाकर प्लॉटिंग शुरू कर दी थी। लेकिन प्रशासन को जब इसकी सूचना मिली, तो दादरी तहसील की टीम ने मौके पर पहुंचकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। इस कार्रवाई में करीब 150 करोड़ रुपये मूल्य की जमीन को कब्जा मुक्त कराया गया है।
शिकायत के बाद हुई कार्रवाई
दादरी के तहसीलदार ओमप्रकाश पासवान ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि सोरखा गांव के खसरा नंबर 461, 463, 467, 497 पर कॉलोनाइजरों ने कब्जा कर अवैध प्लॉटिंग शुरू कर दी है। इस पर प्रशासन ने पहले नोटिस जारी कर कब्जा हटाने के निर्देश दिए, लेकिन इसके बावजूद अवैध निर्माण जारी रहा। इसके बाद प्रशासन ने बुधवार को बुलडोजर कार्रवाई शुरू की।
जैसे ही प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची, कॉलोनाइजर फरार हो गए। इसके बाद दो जेसीबी और एक ट्रैक्टर की मदद से अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया गया। करीब दो घंटे तक चली कार्रवाई में पूरी जमीन को कब्जा मुक्त करा लिया गया।
डूब क्षेत्र में नहीं मिलेगी कोई सहायता
प्रशासन का कहना है कि डूब क्षेत्र में घर, मकान या फार्महाउस बनाना अवैध है। प्रशासन ने साफ कर दिया है कि ऐसे क्षेत्रों में बसने वालों को किसी भी आपात स्थिति में कोई सरकारी सहायता नहीं मिलेगी।
सस्ती जमीन के लालच में डूब रहे लोगों के पैसे
कॉलोनाइजर सरकारी जमीन पर कब्जा कर लोगों को सस्ते दामों पर प्लॉट बेच रहे हैं और फिर फरार हो जाते हैं। जब प्रशासन कार्रवाई करता है, तो सारा नुकसान खरीदारों को झेलना पड़ता है। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि कॉलोनाइजरों के झांसे में न आएं और जमीन खरीदने से पहले जांच-पड़ताल जरूर करें।
यमुना-हिंडन किनारे बढ़ रहा अतिक्रमण
यमुना और हिंडन नदी के किनारे डूब क्षेत्र में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण हो रहा है। यमुना किनारे फार्महाउस बनाए जा रहे हैं, तो वहीं हिंडन किनारे अवैध कॉलोनियां बसाई जा रही हैं। हालांकि, प्राधिकरण समय-समय पर अभियान चलाता है, लेकिन संबंधित विभागों की लापरवाही के चलते अवैध कब्जे बढ़ते जा रहे हैं।
एसडीएम दादरी की अपील
दादरी के एसडीएम अनुज नेहरा ने कहा, “ग्राम समाज की जमीन और डूब क्षेत्र में किसी भी प्रकार का पक्का निर्माण अवैध है। सोरखा में 100 बीघा जमीन पर अवैध कॉलोनी काटी जा रही थी, जिसे ध्वस्त कर दिया गया है। जमीन खरीदने से पहले उसकी अच्छी तरह से जांच जरूर करें।”