Greater Noida: रविवार को नोएडा की हाइड पार्क सोसाइटी में 300 से अधिक निवासियों ने अनरजिस्टर्ड एओए (एसोसिएशन ऑफ अपार्टमेंट ओनर्स) के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। निवासियों का आरोप है कि एओए के सदस्य मनमानी करते हुए सोसाइटी के फंड का दुरुपयोग कर रहे हैं और बिना सहमति के फैसले ले रहे हैं।
निवासियों के आरोप
प्रदर्शनकारियों ने एओए अध्यक्ष सुजीत कुमार, कोषाध्यक्ष अतुल राय, सचिव अमित गुप्ता, उपाध्यक्ष दिनेश नेगी और अन्य सदस्यों श्रावण कुमार व विकास माल पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि एओए ने कॉमन एरिया मेंटेनेंस (CAM) शुल्क में बिना सहमति के मनमाने ढंग से बढ़ोतरी की है। साथ ही, बिजली के अकाउंट से अवैध रूप से कैम शुल्क की कटौती की जा रही है।
स्टाफ वेतन और मेंटेनेंस पर सवाल
निवासियों ने आरोप लगाया कि सोसाइटी स्टाफ को समय पर वेतन नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा, साल 2024 में मेंटेनेंस फंड का दुरुपयोग किया गया है। इस मुद्दे पर रविवार को आयोजित ओपन जनरल बॉडी मीटिंग में निवासियों ने एकजुट होकर विरोध दर्ज कराया।
हस्ताक्षर अभियान शुरू
एओए के खिलाफ निवासियों ने हस्ताक्षर अभियान शुरू करने का फैसला किया है। इसके जरिए वे पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों, डिप्टी रजिस्ट्रार, और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ तक अपनी शिकायत पहुंचाएंगे।
डिप्टी रजिस्ट्रार और बिजली विभाग का नोटिस
मामले में नया मोड़ तब आया जब बिजली विभाग ने 3 जनवरी को एओए को नोटिस जारी किया। नोटिस में बिजली बिल से कैम शुल्क की कटौती पर रोक लगाने और पिछले वर्ष की ऑडिट रिपोर्ट सात दिनों के भीतर पेश करने का निर्देश दिया गया।
इसी बीच, डिप्टी रजिस्ट्रार ने भी 4 जनवरी को एओए और चुनाव अधिकारी के चेयरमैन मदन चौधरी को नोटिस भेजा। नोटिस में उन्होंने 15 दिनों के भीतर चुनाव प्रक्रिया और मेंटेनेंस से संबंधित मुद्दों पर प्रमाण सहित जवाब देने को कहा है।
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निवासियों की मांग
सोसाइटी के निवासियों ने मांग की है कि एओए को भंग कर एक नई, पारदर्शी और कानूनी रूप से मान्यता प्राप्त एओए का गठन किया जाए। साथ ही, पिछले साल के सभी खर्चों की जांच कराई जाए और दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।
अब क्या होगा?
हाइड पार्क सोसाइटी में बढ़ते असंतोष और प्रशासनिक हस्तक्षेप के चलते यह मामला अब और तूल पकड़ सकता है। आने वाले दिनों में एओए के जवाब और प्रशासन की कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी।