नई दिल्ली: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कोरोना वायरस के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन पर आज बैठक की। बढ़ती आशंकाओं के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि उम्मीद है कि कोरोना का यह वैरिएंट दिल्ली में ना आए। उन्होंने कहा कि लेकिन हम इससे निपटने के लिए पूरी तैयारी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में ऑक्सीजन बेड की क्षमता बढ़ाकर लगभग 63,000 बेड तक की जा रही है। दूसरी लहर के दौरान हमारे पास ऑक्सीजन के भंडारण की क्षमता नहीं थी लेकिन अब हमारे पास 442 मीट्रिक टन क्षमता है। कोरोना के टीकाकरण पर उन्होंने कहा कि दिल्ली के 97 प्रतिशत नागरिक कोरोना की पहली डोज जबकि 57 प्रतिशत नागरिक दूसरी डोज ले चुके हैं। अभी तक कोरोना की वैक्सीन नहीं लगवाने वाले लोगों से उन्होंने जल्द से जल्द वैक्सीन लगवाने की अपील की। सीएम केजरीवाल ने बताया, ”मैंने आज अधिकारियों से बैठक की। हमें एक जिम्मेदार सरकार की तरह तैयार रहना होगा। जहां तक बेड की बात है, हमने 30,000 ऑक्सीजन बेड तैयार कर लिए हैं और इनमें से लगभग 10,000 आईसीयू बेड हैं।”
उन्होंने बताया कि आईसीयू के 6,800 बेडों का निर्माण किया जा रहा है। वे फरवरी तक तैयार हो जाएंगे। तो हमारे पास जल्द ही 17,000 बेड हो जाएंगे। उन्होंने बताया कि हम प्रत्येक निगम वार्ड में दो सप्ताह के नोटिस पर 100 ऑक्सीजन बेडों के निर्माण की तैयारी कर रहे हैं। इस तरह बहुत कम समय में 27,000 वार्ड तैयार किए जा सकते हैं। कोरोना की दवाई पर उन्होंने कहा, ”कोरोना के इलाज में 32 प्रकार की दवाइयों की जरूरत पड़ती है। इन दवाओं के दो महीनों के बफर स्टॉक का ऑर्डर दे दिया गया है, जिससे दवाइयों की कमी ना हो।” ऑक्सीजन क्षमता पर उन्होंने कहा, ”दिल्ली के सभी अस्पतालों को जोड़ लें तो हमारे पास लगभग 750 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की क्षमता है। 442 मीट्रिक टन के अतिरिक्त स्टोरेज क्षमता की तैयारी कर ली गई है। पीएसए प्लांट्स सेट अप-दिल्ली 121 मीट्रिक टन ऑक्सीजन जनरेट करते हैं।”
(मीनाक्षी रजत तिवाड़ी)