Noida: नोएडा के सेक्टर-1 स्थित भारत सरकार के टकसाल में चोरी का सनसनीखेज मामला सामने आया है। टकसाल की सुरक्षा में तैनात सीआईएसएफ के जवान ने एक ऑपरेटर को चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा है। आरोपी के पास से 20 रुपये के 13 सिक्के (कुल 260 रुपये) बरामद हुए हैं। मामले की सूचना थाना फेज-1 पुलिस को दी गई, जिसके बाद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
12 साल से ऑपरेटर के पद पर कार्यरत था आरोपी
बलिया जिले के फेफना गांव निवासी 35 वर्षीय आनंद कुमार पांडेय पिछले 12 वर्षों से नोएडा टकसाल में ऑपरेटर के पद पर काम कर रहा था। घटना के समय आनंद अपना काम समाप्त कर टकसाल के गेट से बाहर निकल रहा था। गेट पर सुरक्षा जांच के दौरान उसके बैग से 20 रुपये के 13 सिक्के बरामद हुए।
आरोपी ने मौके पर ही अपनी गलती स्वीकार कर माफी मांगी। सीआईएसएफ के सहायक उपनिरीक्षक हरपाल सिंह ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 के तहत मामला दर्ज किया और सिक्कों को सील कर लिया।
पूछताछ में साधी चुप्पी, कबूला जुर्म
पुलिस पूछताछ के दौरान आरोपी आनंद ने चोरी के सिक्कों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी, लेकिन अपना जुर्म कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
सख्त सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद चोरी
टकसाल में सुरक्षा के बेहद सख्त इंतजाम हैं। यहां आने-जाने वाले हर कर्मचारी की कड़ी निगरानी की जाती है और गेट पर पूरी जांच के बाद ही प्रवेश या निकास की अनुमति दी जाती है।
नोएडा टकसाल का इतिहास
भारत में चार प्रमुख टकसालों में से एक नोएडा के सेक्टर-1 में स्थित है। आजादी के बाद उत्तर भारत में स्थापित यह पहली टकसाल है। यहां पर सिक्कों का निर्माण 1988 में शुरू हुआ था। इस टकसाल में देश के कुल सिक्कों का 40 प्रतिशत उत्पादन होता है।
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यहां एक रुपये से लेकर 10 रुपये तक के सिक्के बनाए जाते हैं। 1988 में 5 पैसे से लेकर 50 पैसे तक के सभी सिक्कों का निर्माण भी यहीं हुआ था। नोएडा टकसाल ने दो देशों के सिक्कों का निर्माण कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई है।