Noida Airport: गौतमबुद्ध नगर के जेवर में निर्माणाधीन नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NIA) को लेकर कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय एयरलाइंस ने रुचि दिखाई है। एनआईए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने बताया कि एयरपोर्ट से उड़ान संचालन के लिए इंडिगो और अकासा एयरलाइंस ने पहले ही करार कर लिया है। दोनों कंपनियां नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे से घरेलू उड़ानें शुरू करने के लिए उत्सुक हैं और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी संचालित करने की इच्छा रखती हैं।
एयर इंडिया से जारी है बातचीत
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के CEO क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने जानकारी दी कि एयर इंडिया और अन्य घरेलू एवं अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के साथ भी उड़ान संचालन के लिए बातचीत चल रही है। यह एयरपोर्ट दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (आईजीआईए) के बाद राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) का दूसरा प्रमुख हवाईअड्डा होगा। हवाई अड्डे के टर्मिनल को घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों परिचालनों के मुताबिक इंटीग्रेटेड डिजाइन किया जा रहा है, जिससे यात्रियों को सुविधाजनक और तेज़ सेवा मिल सके।
प्रथम चरण में 1.2 करोड़ यात्रियों की क्षमता
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर रनवे का अधिकांश काम पूरा हो चुका है और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) द्वारा कैलिब्रेशन उड़ानें सितंबर-अक्टूबर में आयोजित की जाएंगी। पहले चरण में एयरपोर्ट में एक रनवे और एक टर्मिनल होगा, जिसकी सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी। चौथा चरण पूरा होने पर इस एयरपोर्ट की क्षमता 7 करोड़ यात्रियों तक बढ़ जाएगी।
आईजीआईए एयरपोर्ट का भार कम होगा
इस एयरपोर्ट का विकास उत्तर प्रदेश सरकार के लिए यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड (YIAPL) कर रहा है। YIAPL ने 1 अक्टूबर 2021 से कार्य शुरू किया है और अगले 40 वर्षों तक एयरपोर्ट का संचालन करेगा। एनआईए दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बीच उड़ानों का संचालन करेगा और NCR में इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के अलावा एक और विकल्प प्रदान करेगा। आईजीआईए एयरपोर्ट के बढ़ते यात्री भार को देखते हुए एनआईए इसे कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिससे यात्रियों को और बेहतर सेवाएं मिल सकेंगी।
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नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का विकास क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को और सुदृढ़ करेगा और NCR के नागरिकों को एक और महत्वपूर्ण हवाई अड्डा उपलब्ध कराएगा। इसके शुरू होने से न केवल दिल्ली, बल्कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए भी उड़ान सेवाएं और सुलभ हो जाएंगी।