प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार 19 जून को बिहार के राजगीर में Nalanda University के नए परिसर का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और 17 देशों के राजनयिक शामिल रहें।
पीएम ने सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीरें
विश्वविद्यालय के नए परीसर का उद्घाटन सुबह 10:30 बजे उद्घाटन समारोह के दौरान विश्वविद्यालय की स्थापना के साथ-साथ बिहार की खोई हुई विरासत की वापसी का प्रतीक होगा। उद्घाटन से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर नालंदा विश्वविद्यालय की तस्वीरें शेयर कीं। उन्होंने लिखा, आज का दिन हमारे शिक्षा क्षेत्र के लिए बेहद खास है। आज सुबह करीब 10:30 बजे राजगीर में नालंदा विश्वविद्यालय के नए परिसर का उद्घाटन होगा। हमारे गौरवशाली इतिहास के कारण नालंदा से हमारा गहरा नाता है।
800 वर्षों तक शिक्षा का केंद्र बना रहा Nalanda University
नालंदा विश्वविद्यालय का नया परिसर बिहार में नालंदा के प्राचीन खंडहरों के पास स्थित है। इस विश्वविद्यालय की स्थापना नालंदा विश्वविद्यालय अधिनियम, 2010 के तहत की गई थी। विश्वविद्यालय की स्थापना का निर्णय 2007 में फिलीपींस में आयोजित दूसरे पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में लिया गया था। यह विश्वविद्यालय बिहार और देश भर के छात्रों को विभिन्न पाठ्यक्रम प्रदान करेगा।ऐतिहासिक रूप से, Nalanda University की स्थापना 5वीं शताब्दी में हुई थी और यह दुनिया भर में शिक्षा के केंद्र के रूप में प्रसिद्ध था, जब तक कि इसे 12वीं शताब्दी में आक्रमणकारियों ने नष्ट नहीं कर दिया। इसके विनाश से पहले, यह 800 वर्षों तक फला-फूला और शिक्षा का केंद्र बना रहा। नए विश्वविद्यालय की स्थापना को बिहार के गौरव की बहाली के रूप में देखा जाता है।
अस्थायी परिसर में 14 छात्रों के साथ शुरु हुई थी पढ़ाई
2014 में Nalanda University एक अस्थायी परिसर में 14 छात्रों के साथ शुरुआती शुरुआत के बाद 2017 में विश्वविद्यालय का निर्माण शुरू हुआ। भारत के अलावा, इस विश्वविद्यालय में 17 देश भी भागीदार हैं। इन देशों में ऑस्ट्रेलिया, बांग्लादेश, भूटान, ब्रुनेई दारुस्सलाम, कंबोडिया, चीन, इंडोनेशिया, लाओस, मॉरीशस, म्यांमार, न्यूजीलैंड, पुर्तगाल, सिंगापुर, दक्षिण कोरिया, श्रीलंका, थाईलैंड और वियतनाम शामिल हैं। इन देशों ने विश्वविद्यालय को सहयोग देने के लिए समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए हैं।