– अमीनाबाद थाना प्रभारी आलोक राय को मिला कृष्णानगर थाना का चार्ज
लखनऊ :- कैब चालक सआदत अली सिद्दीकी की कार को छोड़ने की एवज में 10 हजार रुपये की वसूली लेने के कथित मामले में कृष्णानगर थाना प्रभारी महेश दुबे, उपनिरीक्षक मोहम्मद मन्नान और भोलाखेड़ा चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव को पुलिस आयुक्त डीके ठाकुर ने लाइन हाजिर कर दिया है। उनकी जगह पर अमीनाबाद थाना में तैनात थानेदार अलोक कुमार राय को कृष्णानगर थाने की जिम्मेदारी सौंपी है। इसके अलावा सूर्यबली पाण्डेय को पुलिस आयुक्त वाचक से हटाकर अमीनाबाद थाना का नया थानेदार बनाया गया है।
आरोप-प्रत्यारोप को लेकर भिड़े थे इंस्पेक्टर-दारोगा
कृष्णानगर के अवध चौराहे पर युवती द्वारा पिटाई के मामले में निर्दोष पाये जाने पर कैब चालक सआदत अली सिद्दीकी ने थाना पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये थे। उसने कहा था कि पुलिस ने उनकी कार को छोड़ने के एवज में 10 हजार रुपये लिए थे। वहीं, जब यह मामला तूल पकड़ने लगा तो कृष्णानगर तत्कालीन थानेदार महेश दुबे और भोलाखेड़ा चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव आपस में भिड़ गए। चौकी इंचार्ज हरेंद्र यादव ने थाना प्रभारी पर खुद को फंसाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने चालक से कोई घूस नहीं ली, बल्कि इंस्पेक्टर के कहने पर कैब को छोड़ा था। वहीं, इस मामले में पुलिस आयुक्त ने विभागीय जांच कर कार्रवाई करने की बात कही थी। अपर पुलिस उपायुक्त मध्य चिरंजीवी नाथ इस मामले की जांच कर रहे हैं।
यह है मामला
बीते कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें केसरी खेड़ा कॉलोनी निवासी युवती ने कैब चालक को पीट दिया था। उसने यह आरोप लगाया था कि चालक ने उसे जान से मारने की नीयत से कार को जेब्रा क्रासिंग से आगे बढ़ाई थी। विरोध पर चालक ने उससे हाथापाई भी की, जबकि चौराहे पर लगे सीसीटीवी कैमरे और वहां मौजूद लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर वायरल किए गए वीडियो के आधार पर कैब चालक निर्दोष था। आरोप है कि युवती ने जबरन उसे पीटा था और पुलिस में शिकायत की थी। वायरल वीडियो के बाद लोगों ने युवती को लेकर टिप्पणी शुरू करते हुए कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिये। इसके बाद पुलिस ने कैब चालक से तहरीर लेकर युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।