– केन्द्रीय मंत्री भूपेन्द्र यादव ने ट्वीट करके दी जानकारी
नई दिल्ली :- देश के चार और आर्द्रभूमि रामसर साइट की सूची में शामिल कर लिया गया है। इनमें गुजरात से दो साइट थोल और वधवाना शामिल है। वहीं, हरियाणा से भी दो वेटलैंड जिसमें सुलतानपुर और भिंडावास शामिल है। हरियाणा से पहली बार किसी क्षेत्र को रामसर साइट की सूची में जगह मिली है। शनिवार को वन,पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने ट्वीट करके जानकारी दी कि प्रधानमंत्री जी की पर्यावरण के लिए चिंता ने भारत में अपनी आर्द्रभूमि की देखभाल करने के तरीके में समग्र सुधार किया है। यह बताते हुए खुशी हो रही है कि चार और भारतीय आर्द्रभूमियों को अंतरराष्ट्रीय महत्व के आर्द्रभूमि के रूप में रामसर की मान्यता मिली है।
उल्लेखनीय है कि देश में अबतक 46 स्थलों को रामसर साइट की सूची में शामिल किया जा चुका है। भिंडावास वन्यजीव अभियारण्य हरियाणा का सबसे बड़ा आर्द्रभूमि है। इसमें 250 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां प्रवास करती हैं। वहीं, सुलतानपुर राष्ट्रीय उद्यान में 220 से ज्यादा प्रवासी पक्षियां आती हैं। गुजरात के थोल वन्यजीव अभियारण्य में तकरीबन 320 पक्षियों की प्रजाति देखने को मिलती है। इस क्षेत्र में 30 से अधिक लुप्त होने के कगार पर पहुंची पक्षियों के संरक्षण की दिशा में काम किया जा रहा है। इनमें गिद्ध, सारस, कॉमन पोचार्ड, लेसर वाइट फ्रंटेड गूस शामिल है। वधवाना वेटलैंड में भी 80 से ज्यादा पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं।
Publish by- shivam Dixit
@shivamniwan