लखनऊ :- उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री तथा भाजपा के फायर ब्राण्ड नेता कल्याण सिंह की हालत नाजुक बनी हुई। उन्हें सांस लेने की दिक्कतें बढ़ गई है। ऑक्सीजन का स्तर लगातार नीचे जा रहा है। मंगलवार शाम से उन्हें लाइफ सेविंग सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है।
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसपीजीआई) के निदेशक आर.के. धीमान उनके इलाज पर करीब से नजर रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी सेहत पहले से खराब हुई है। वे वेंटिलेटर की तरफ बढ़ रहे हैं। मंगलवार शाम से उन्हें लाइफ सेविंग सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। विशेषज्ञ सलाहकारों द्वारा उनके नैदानिक मापदंडों की बारीकी से निगरानी की जा रही है। उन्हें संक्रमण व सेप्सिस के चलते एंटीबायोटिक और एंटीफंगल दवाएं दी जा रही हैं।
डॉ. धीमान ने बुधवार को बताया कि कल्याण सिंह क्रिटिकल केयर मेडिसिन (सीसीएम) के आईसीयू में भर्ती हैं और उनकी निगरानी के लिए करीब दर्जन भर विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम लगाई गई है। उन्होंने कहा कि क्रिटिकल केयर मेडिसिन (सीसीएम), कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी और एंडोक्रिनोलॉजी के वरिष्ठ फैकल्टी उनके स्वास्थ्य से जुड़े सभी पहलुओं पर कड़ी नजर रखे हुए हैं।
राजस्थान के पूर्व राज्यपाल 89 वर्षीय कल्याण सिंह को चार जुलाई को संक्रमण और बेहोशी के कारण एसजीपीजीआई में भर्ती कराया गया था। इससे पहले उनका इलाज राम मनोहर लोहिया चिकित्सा संस्थान में चल रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कई बार उनका हालचाल लेने के लिए अस्पताल जा चुके हैं। उनके स्वास्थ्य के बारे में मुख्यमंत्री तथा प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना निरन्तर जानकारी ले रहे हैं। उपचार में कोई कोताही न हो, इसके लिए वे चिकित्सकों से निरन्तर संवाद कर उचित दिशा निर्देश भी दे रहे हैं। मंगलवार को प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उनसे मुलाकात कर उनका हालचाल जाना।
उनके कुशलक्षेम लेने वालों में मुख्य रूप से भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी, पूर्व केन्द्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन, प्रदेश सरकार के कई मंत्री तथा संगठन के पदाधिकारी अस्पताल जाकर हालचाल ले चुके हैं। बुधवार को रक्षा मंत्री एक बार फिर लखनऊ में हैं। खबर है कि वे कल्याण सिंह से मिलने एसपीजीआई जा सकते हैं।