जैसलमेर: उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने अपने जैसलमेर दौरे के दूसरे दिन सोमवार को जैसलमेर के सैन्य स्टेशन स्थित युद्ध संग्रहालय में अधिकारियों से संवाद किया। उन्होंने संग्रहालय का निरीक्षण किया तथा वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर उपराष्ट्रपति ने परिसर में पौधरोपण किया। उनके साथ राज्यपाल कलराज मिश्र और ऊर्जा और जलदाय मंत्री बीडी कल्ला भी उपस्थित थे। उसके बाद सीमा सुरक्षा बल की एक बटालियन परिसर में सैनिक सम्मेलन संबोधित करते हुए उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा कि भारत शांतिप्रिय देश है। हमने कभी किसी पर आक्रमण नहीं किया। सीमापार से नशा और आतंकवाद भारत पर थोपा जा रहा है लेकिन सुरक्षा बल इनसे निपटने में दक्ष हैं। उन्होंने देश की सीमा की सुरक्षा में तैनात बीएसएफ के जवानों और अधिकारियों को सम्बोधित कर उनकी हौसला आफजाई की। उपराष्ट्रपति ने कहा कि बीएसएफ देश की सीमा की सुरक्षा में मुस्तैद है। देश के जवानों के कारण ही भारत सुरक्षित है।
उन्होंने कहा कि सुरक्षा बल आधुनिक तकनीक का उपयोग कर रहे हैं। कठिन परिस्थितियों में भी सुरक्षा बल के जवान मुस्तैदी से काम कर रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि लोंगेवाला युद्ध में आर्मी, बीएसएफ और वायुसेना का अद्भुत तालमेल देखने को मिला था। उपराष्ट्रपति ने सुरक्षा बल के जवानों की तारीफ करते हुए कहा कि मुझे आप लोगों पर गर्व है।
इससे पूर्व युद्ध संग्रहालय पहुंचने पर बैटल एक्स डिवीजन के जीओसी मेजर जनरल अजीत सिंह गहलोत ने उनकी अगवानी की। इस दौरान उपराष्ट्रपति ने विजिटर रजिस्टर में अपना संदेश लिखा। इसके बाद उपराष्ट्रपति सीमा सुरक्षा बल की 191वीं बटालियन मुख्यालय पहुंचे, जहां बीएसएफ आईजी पंकज घूमर ने सीमा सुरक्षा बल की कैप पहनाकर उनका स्वागत किया। उपराष्ट्रपति नायडू दोपहर तीन बजे वायुसेना के विशेष विमान से जोधपुर के लिए रवाना होंगे।