नई दिल्ली :- किसानों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को जंतर-मंतर पर किसान संसद में शामिल होने अन्य विपक्षी नेताओं के साथ पहुंचे। विपक्षी नेताओं ने इस दौरान तीनों कृषि कानूनों को काला बताते हुए उन्हें वापस लिए जाने की मांग की।
जंतर-मंतर पहुंचने से पहले 14 विपक्षी पार्टियों के नेता संसद भवन पर मिले और वहां से जंतर-मंतर की ओर चले। किसान जंतर-मंतर पर 22 जुलाई से किसान संसद का आयोजन कर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। सभी नेता केवल किसान संसद को देखने यहां पहुंचे, लेकिन किसी ने भी उनके मंच का इस्तेमाल कर अपना मंतव्य नहीं रखा।
जंतर-मंतर पहुंचकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि विपक्षी पार्टियां मिलकर किसानों का समर्थन करने और कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग करती है। हम देश के किसानों को पूर्ण समर्थन देते हैं। राहुल गांधी ने कहा कि किसान कानूनों पर चर्चा से काम नहीं चलेगा, इन काले कानूनों को वापस लेना होगा।
राहुल गांधी के साथ दोनों सदनों में कांग्रेस पार्टी के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी भी मौजूद थे। जंतर-मंतर पर एकत्र होकर सभी नेताओं ने ‘किसान बचाओ, देश बचाओ’ का पोस्टर भी दिखाया। उनके साथ शिवसेना, नेशनल कॉन्फ्रेंस, आरजेडी, आरएसपी सहित 14 विपक्षी पार्टियों के नेता थे।
हालांकि तृणमूल कांग्रेस, बहुजन समाज पार्टी और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने इस एकजुटता के प्रदर्शन से दूरी ही बनाये रखी है।
उल्लेखनीय है कि सितंबर में पिछले साल कृषि कानूनों को पारित किया गया था। इसके बाद नवंबर से विशेषकर पंजाब के किसान हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों के साथ दिल्ली बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं सरकार ने किसानों के साथ कई दौर की वार्ता भी की, लेकिन वह बेनतीजा रही।