– पश्चिम बंगाल पुलिस की सतर्कता से मानव तस्करी का मामले का खुलासा
अहमदाबाद :- हाई प्रोफाइल लाइफस्टाइल के प्रति बढ़ते आकर्षण के बीच अपने बच्चों को आया (केयरटेकर) के भरोसे छोड़ने वाले दंपति को इस घटना से सीख लेनी होगी। अहमदाबाद में एक आया ने एक बच्चे को महाराष्ट्र के दलाल के माध्यम से बेचने की योजना बनाई थी। लेकिन एक फोन कॉल की मदद से बच्ची को बचा लिया गया।
राजीवभाई और उनकी पत्नी निशा (पति और पत्नी का नाम बदल दिया गया है) शहर के चांदखेड़ा के एक पॉश इलाके में रहते हैं। राजीवभाई एक आईटी कंपनी के मालिक हैं और उनकी पत्नी भी आईटी प्रोफेशनल हैं। उन्होंने अपनी 11 महीने की बेटी माही की देखभाल के लिए एक एजेंसी के माध्यम से 18 हजार रुपये प्रतिमाह के वेतन पर बिन्दु नाम की आया रखी थी। राजीवभाई और निशा को पता नहीं था कि बिंदु के दिमाग में कुछ अलग चल रहा है, लेकिन एक फोन आया और एक बड़े रैकेट का पर्दाफाश हो गया। बंगाल पुलिस के फोन से राजीवभाई चौंक गए। फोन पर उन्हें सूचना मिली कि देशभर में मानव तस्करी से जुड़े एक गिरोह के पास आपकी बेटी की फोटो है और उसे बेचने की बात हो रही है। फोन के बाद राजीव सीधे घर पहुंचे और घर पर माही और बिंदू को देखकर राहत की सांस ली।
चांदखेड़ा पुलिस ने मामले की छानबीन कर राजीव के घर से बिंदू को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को उसके पास मौके से पश्चिम बंगाल का एक टिकट भी मिला। पुलिस को संदेह है कि यदि एक दिन की भी देरी होती तो माही को लेकर बिन्दु बंगाल चली जाती और बेच दिया जाता।
इस संबंध में जोन-2 के डीसीपी विजय पटेल ने बताया कि आया बिंदु पश्चिम बंगाल की रहने वाली है और वह महाराष्ट्र के प्रशांत कमल के संपर्क में थी। उन्होंने बताया कि प्रशांत कमल ने पश्चिम बंगाल के एक दंपति को बताया था कि बिंदु अपनी गरीबी के चलते अपने बच्चे माही को गोद देना चाहती है। इस पश्चिम बंगाल के दंपति ने बिन्दु और लड़की की फोटो मांगी। बिंदू ने माही के साथ अपनी फोटो भेज दी। बच्चे के जन्मदिन के बारे में पूछे जाने पर बिन्दु के सही जवाब न दे पाने से बंगाल दंपति को शक हुआ था और उनसे बंगाल पुलिस को सूचना दी। बंगाल पुलिस ने तुरंत गुजरात पुलिस से संपर्क किया और बेरीफिकेशन कराने काे कहा। इस पर गुजरात पुलिस ने राजीव के घर से बिन्दु को गिरफ्तार कर लिया। बंगाल पुलिस की सतर्कता से एक बच्ची बिकने से बच गई। अब पुलिस पूरे रैकेट की जड़ तक पहुंचने का प्रयास कर रही है।