नई दिल्ली :- भारत को तोड़ने में आतंकी संगठनों की विफलताओं से परेशान पाकिस्तान की आईएसआई ने दाऊद इब्राहिम की डी-कम्पनी से हाथ मिलाया है। जिसके बाद आईएसआई के संरक्षण में ‘अंडरवर्ल्ड आतंकी’ मॉड्यूल का गठन कर देश पर हमले की साजिश रची जा रही है। इस संगठन को भारत में हमले के लिए दो ग्रुपों में बांटा गया है, जिसमें से एक ग्रुप का संचालन दाऊद का भाई अनीस इब्राहिम कर रहा है। दोनों ही ग्रुप भारत में मौजूद अपने-अपने स्लीपर सेल को सक्रिय कर देशभर में त्योहारों के दौरान सीरियल ब्लास्ट करने वाले थे। देश के तीन विभिन्न राज्यों से गिरफ्तार इस मॉड्यूल के छह आतंकियों को फिलहाल पुलिस रिमांड पर लेकर दिल्ली पुलिस के साथ आईबी की टीम पूछताछ कर रही है। पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि आतंकियों के पास से बरामद हथियार व विस्फोटक उन्हें गत नौ अगस्त को ही पंजाब में मिले थे।
कश्मीर की तरह ड्रोन हमले की थी साजिश
पुलिस सूत्रों ने बताया कि आतंकियों के पास से बरामद विस्फोटक ठीक उसी तरह के हैं, जिनसे कश्मीर में पिछले दिनों ड्रोन हमला किया गया था। साथ ही पुलिस ने शुरुआती छानबीन में पता लगाया है कि आतंकी दिल्ली समेत देश के कुछ प्रमुख शहरों में ड्रोन से हमला करने की साजिश भी रच रहे थे। जिसके लिए तैयारी की जा रही थी।
रात में हुई पेशी, मिली 14 दिनों की पुलिस रिमांड
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मंगलवार को गिरफ्तार किए गए छह संदिग्ध आतंकियों में से चार को गिरफ्तारी के बाद देर रात कोर्ट में पेश किया। जबकि अन्य दोनों को बुधवार सुबह कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट में पेशी के बाद सभी आतंकियों को 14 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया गया। गिरफ्तार आतंकियों में ओसामा और जीशान कमर ने पाकिस्तान में जाकर विस्फोटक बनाने से लेकर अन्य तरह की ट्रेनिंग ली थी। जबकि अन्य गिरफ्तार आतंकी मोहम्मद अबु बकर, जान मोहम्मद शेख, मोहम्मद आमिर जावेद और मूलचंद लाला इनसे ट्रेनिंग ले रहे थे और पाकिस्तान में आईएसआई के इशारे पर काम कर रहे थे।
एमबीए के बाद ड्राई फ्रूट्स बेचने लगा था जीशान
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान से ट्रेनिंग लेकर लौटे जीशान को पुलिस टीम ने उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया था। बताया जाता है जीशान एमबीए करने के बाद दुबई में बतौर अकाउंटेंट काम करने लगा था लेकिन लॉकडाउन के दौरान वह भारत आ गया और ड्राई फ्रूट्स बेचने लगा। लखनऊ से गिरफ्तार आमिर, जीशान का रिश्तेदार है, जो मजहबी शिक्षा देता था और सऊदी अरब में कई साल रह चुका था। जान मोहम्मद पेशे से एक ड्राइवर है। आतंकी मूलचंद उर्फ लाला एक किसान है और वह दाऊद इब्राहिम की डी-कंपनी के संपर्क में था। आतंकी अबू बकर भी सऊदी अरब में रह चुका है और भारत आने के बाद उसने देवबंद के मदरसे में शिक्षा ली। दिल्ली से गिरफ्तार ओसामा भी परिवार के साथ ड्राई फ्रूट का काम करता था और इस सिलसिले में कई बार मिडिल ईस्ट के देशों में जाया करता था। इसी बीच वह मस्कट के रास्ते ट्रेनिंग लेने के लिए पानी के रास्ते पाकिस्तान पहुंच गया था।
तेज तर्रार नौजवानों को दी जाती है ट्रेनिंग
दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक आतंकी जीशान और ओसामा को पाकिस्तान में ट्रेनिंग के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि दोनों नौजवान होने के साथ ही काफी तेज तर्रार भी हैं। साथ ही धर्म को लेकर कट्टर विचारधारा को फॉलो करने की वजह से उन्हें चिन्हित किया गया और बाद में उन्हें पाकिस्तान में ट्रेनिंग के लिए भेजा गया। गिरफ्तार सभी आतंकी पहले से ही कारोबार व अन्य तरह से सम्पर्क में थे।
ट्रैवल एजेंट मुम्बई से गिरफ्तार
पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार आतंकियों से पूछताछ के आधार पर बुधवार सुबह मुंबई पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने आतंकियों की मदद करने वाले एक ट्रैवल एजेंट को गिरफ्तार किया है। जांच में सामने आया कि उक्त एजेंट का उन आतंकियों के साथ संबंध था। उसी ने गत 13 सितम्बर को एक आतंकी के दिल्ली जाने के लिए ट्रेन की टिकट बुक की थी। ट्रैवल एजेंट की मुम्बई से गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र पुलिस भी पूरी तरह से सक्रिय हो गई है।
सक्रिय स्लीपर सेल हो सकते हैं खतरनाक
दिल्ली पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया है कि आईएसआई और अंडरवर्ल्ड के साथ जिस आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश हुआ है, उसको लेकर सेंट्रल सुरक्षा एजेंसियां भी काफी अलर्ट हो गई हैं। आशंका है कि इस संगठन का स्लीपर सेल देशभर के कुछ प्रमुख शहरों में सक्रिय हो गया है और इनसे आतंकी हमले की आशंका बढ़ गई है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि देश के कुछ शहरों में अभी 15 से 20 आतंकी छुपे हो सकते हैं, जिनके पास बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक भी हो सकते हैं। इस आशंका को देखते हुए पुलिस टीमें देशभर के कई शहरों में दबिश दे रही हैं।