Delhi : रविवार की सुबह दिल्ली के बाहरी उत्तरी क्षेत्र के नरेला में एक दर्दनाक हादसा घटित हुआ, जब एक दो मंजिला मकान की छत गिरने से एक ही परिवार के छह सदस्य घायल हो गए। घटना नरेला के शनि बाजार इलाके में सुबह करीब सात बजे उस समय हुई, जब परिवार के सदस्य रसोई में खाना बना रहे थे। छत गिरने के बाद गैस पाइपलाइन टूट गई, जिससे आग लग गई और देखते ही देखते आग ने पूरे घर को अपनी चपेट में ले लिया।
दिल्ली फायर सर्विस के प्रमुख अतुल गर्ग ने जानकारी दी कि घटना के बाद उन्हें सुबह 7:53 बजे आग और इमारत के ढहने की सूचना मिली। तुरंत दो दमकल गाड़ियाँ मौके पर भेजी गईं। उन्होंने बताया कि डी.डी.ए. के जनता फ्लैट की छत अचानक गिर गई, जिसके कारण पीएनजी गैस पाइपलाइन टूट गई और आग लग गई। आग ने तेज़ी से पूरे घर में फैलते हुए परिवार के सदस्यों को झुलसा दिया।
एक परिवार के 6 लोग झुलसे
पुलिस अधिकारियों (Delhi) के अनुसार, घटना के समय घर में 40 वर्षीय राजू, उनकी 35 वर्षीय पत्नी राजेश्वरी, 18 वर्षीय बेटा राहुल और तीन बेटियाँ – 12 वर्षीय मोहिन, पांच वर्षीय वर्षा और तीन वर्षीय माही रसोई में थे। छत गिरने से वे मलबे के नीचे दब गए। घटना के तुरंत बाद, पड़ोसी मदद के लिए पहुंचे और घायलों को मलबे से बाहर निकाला।
शुरुआत में आसपास के लोगों ने सिलेंडर विस्फोट की आशंका जताई थी, लेकिन बाद में गहन जांच में यह स्पष्ट हुआ कि घर में कोई विस्फोट नहीं हुआ था। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पहले इस घटना को सिलेंडर विस्फोट के रूप में देखा गया था, लेकिन बाद में फायर सर्विस की टीम ने स्थिति का निरीक्षण किया और यह बात सामने आई कि मकान के गिरने से ही गैस पाइपलाइन टूटने के कारण आग लगी थी।
घायलों को तत्काल राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों के अनुसार, परिवार के सदस्य मलबे से चोटिल हुए हैं और आग के पास होने के कारण झुलस गए हैं। राजू को 52 प्रतिशत, उनकी पत्नी को 45 प्रतिशत और उनके बेटे राहुल को भी 45 प्रतिशत जलने की चोटें आई हैं। वहीं, बेटियों में मोहिनी को 50 प्रतिशत, वर्षा को 6 प्रतिशत और माही को 8 प्रतिशत जलने की चोटें आई हैं।