Ghaziabad: गाजियाबाद के ट्रोनिका सिटी थाना पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए भाई-बहन को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से 19 किलो गांजा बरामद किया है। गिरोह के तीन अन्य सदस्य मौके से फरार हो गए। पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने अपने नाम शाहिद पुत्र फसी अहमद और आफरीन बताए हैं। शाहिद दिल्ली के शकरपुर इलाके का निवासी है और फिलहाल गाजियाबाद के रामपार्क कॉलोनी में रह रहा था। आफरीन, शाहिद की ममेरी बहन है और रामपार्क कॉलोनी में ही रहती है। फरार असगर, जो आफरीन का पिता है, इस गिरोह का सरगना बताया जा रहा है।
आंध्र प्रदेश से करता था तस्करी
पुलिस पूछताछ में शाहिद ने बताया कि वह आंध्र प्रदेश से गांजे की तस्करी कर गाजियाबाद लाता था। शाहिद ने खुलासा किया कि उसका मामा असगर और मामी नौशाद बानो उर्फ असगरी गांजे का ऑर्डर देते थे। शाहिद ट्रक के जरिए गांजा लाकर असगर के घर तक पहुंचाता था। इसके बाद पूरा परिवार छोटे-छोटे पैकेट बनाकर राह चलते लोगों को गांजा बेचता था। गिरोह में असगर की बड़ी बेटी परवीन, जो शादीशुदा है, भी शामिल थी।
गिरोह का सरगना असगर
शाहिद ने पुलिस को बताया कि पूरे गिरोह का संचालन असगर करता था। गांजे की बिक्री से होने वाली कमाई असगर के पास जमा होती थी। इसी पैसे से वह आंध्र प्रदेश से गांजा मंगाने का भुगतान करता और बची रकम आपस में बांट देता था। असगर पहले भी गांजे की तस्करी के मामले में जेल जा चुका है। जमानत पर रिहा होने के बाद उसने फिर से यह गैरकानूनी धंधा शुरू कर दिया।
पुलिस ने सूचना पर मारा छापा
एसीपी लोनी सूर्यबली मौर्य ने बताया कि पुलिस को ट्रोनिका सिटी क्षेत्र के रामपार्क कॉलोनी में गांजा बेचे जाने की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने छापा मारा। पुलिस को देखते ही तीन महिलाओं और दो पुरुषों ने भागने की कोशिश की। हालांकि, शाहिद और उसकी ममेरी बहन आफरीन को गिरफ्तार कर लिया गया, जबकि शाहिद का मामा असगर, मामी नौशाद बानो और उनकी बेटी परवीन मौके से फरार हो गए।
फरार आरोपियों की तलाश जारी
पुलिस अब असगर, उसकी पत्नी नौशाद बानो और बेटी परवीन की तलाश में जुटी है। शाहिद पर पहले से ही दिल्ली के नरेला और क्राइम ब्रांच थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत दो मामले दर्ज हैं। पुलिस इस गिरोह के अन्य सदस्यों के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
ये भी पढें..
पुलिस की सतर्कता से बड़ी सफलता
ट्रोनिका सिटी पुलिस ने समय रहते इस गिरोह का भंडाफोड़ कर बड़ी सफलता हासिल की है। मामले में आगे की जांच जारी है और फरार आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।