हल्द्वानी में कांग्रेस नेता सुमित हृदयेश ने महिला चिकित्सालय पहुँचकर आशा कार्यकर्ताओं के धरने को दिया समर्थन दिया….लगभग एक हफ्ते से अपने मासिक वेतन सहित कई मांगों को लेकर आशा कार्यकर्ता धरने पर बैठी है। कांग्रेस नेता ने आशाओं का समर्थन देते हुए फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स आशाओं का कोरोना जैसी विपरीत परिस्थियों में लगन, मेहनत और सेवाभाव से काम करने के लिए सभी का आभार व्यक्त किया।
उन्होने कहा कि, स्वास्थ्य सेवाओं के बुनियादी ढांचे को आशा कार्यकर्ताओं के काम से मजबूती मिलती है, और सरकार का ये फर्ज है कि आशा कार्यकर्ताओं के काम का सम्मान करें, उन्हें उचित मासिक वेतन मिले और सभी जरूरी सुविधाएं मिले ताकि आशा कार्यकर्ता अपना घर परिवार अच्छे से चला सके।
कोरोना महामारी के दौरान सेवा करते हुवे अकाल मृत्यु को प्राप्त आशा कार्यकर्ताओं के परिवारजनों को उचित मुवावजा नहीं दिये जाने पर उन्होंने रोष व्यक्त करते हुवे डबल इंजन भाजपा सरकार से तत्काल मुवावजा देने की मांग की।इसके अतिरिक्त सुमित हृदयेश ने आशा कार्यकर्ताओं को भरोसा दिया और वादा भी किया कि 2022 में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आते ही वे आशा कार्यकर्ताओं को उचित वेतन सहित उचित सम्मान दिलवाने का कार्य पहले दिन से शुरू करेंगे आशाओं ने कहा कि जब तक मासिक वेतन और कर्मचारी का दर्जा नहीं मिलता तब तक उनका भी अन्य स्कीम वर्कर्स की तरह मासिक मानदेय फिक्स किया जाए।
उन्होंने सेवानिवृत्ति के बाद आशाओं को पेंशन देने, दुर्घटना और स्वास्थ्य बीमा करने, कोविड कार्य में लगीं सभी आशाआें को कोरोना ड्यूटी की शुरुआत से 10 हजार रुपये मासिक कोरोना-भत्ता भुगतान करने की मांग की। उन्होंने कहा कि आशाओं के श्रम की अनदेखी की जा रही है। प्रदर्शन में संगठन की अध्यक्ष ममता तिवारी, दीपा वर्मा, भगवती आर्या, विजयलक्ष्मी, भगवती कपकोटी, किरन शाह, गोविंदी शाह, आनंदी महरा शामिल थीं।