देहरादून :- उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता कर्नल अजय कोठियाल मुख्यमंत्री पद का चेहरा होंगे। यह घोषणा मंगलवार को आईटीडीए देहरादून में आप के संवाद कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री और आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की।
उल्लेखनीय है कि लंबे समय से कयास लगाए जा रहे थे कि कोठियाल को मुख्यमंत्री का चेहरा बनाया जाएगा। भाजपा भी लगातार उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाने की बात कहती है। अब केजरीवाल ने भी उसी ट्रैक पर चलते हुए हिंदू वोट बैंक को साधने की कोशिश की है। संवाद कार्यक्रम के बाद घंटाघर से दिलाराम बाजार तक उनकी रैली होनी है। केजरीवाल के स्वागत में पूरा शहर पोस्टर और बैनर से पटा हुआ हैं। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं।
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केजरीवाल ने कहा कि उत्तराखंड की जनता ने यह फैसला सुनाया है।। आप ने जनता से सवाल पूछा था कि वो किसे मुख्यमंत्री चाहती है। आप के सर्वे में कर्नल अजय कोठियाल का नाम ज्यादातर लोगों ने लिया। केजरीवाल ने कहा कि कोठियाल ने जान की परवाह किए बिना देश सेवा की है। वह अब उसी तरह राज्य की भी सेवा करने को तैयार हैं। केजरीवाल ने इस मौके पर कहा कि उत्तराखंड को आध्यात्मिक राजधानी बनाया जाएगा। कर्नल अजय कोठियाल ने अरविंद केजरीवाल का आभार जताते हुए कहा कि वह उनकी आशाओं पर खरा उतरेंगे।
कौन हैं कर्नल अजय कोठियाल
- कर्नल अजय कोठियाल का जन्म 26 फरवरी 1969 को उत्तराखंड मे हुआ था
- अजय कोठियाल को बचपन से ही आर्मी में जाने का शौक था
- कोठियाल 1992 में चौथी गढ़वाल में बतौर सैन्य अधिकारी शामिल हुए
- कोठियाल उत्तरकाशी में पर्वतारोहण के नेहरू इंस्टिट्यूट के प्रधानाचार्य भी रहे
- कोठियाल ने 19 अप्रैल के दिन SSB के बाद अपने सैन्य जीवन की शुरूआत की थी
- इसी साल 19 अप्रैल को उन्होंने आप पार्टी का दामन थामकर राजनीतिक जीवन की शुरूआत की
कर्नल कोठियाल की खास बातें
कोठियाल Ajay Kothiyal का पूरा नाम सेवानिवृत्त कर्नल अजय कोठियाल है। इसके साथ ही सेंट जोजेफ, देहरादून और डीएवी पीएजी कॉलेज से स्नातक किया है। अगर काम की बात की जाए तो वे यूथ फाउंडेशन से युवाओं से जुड़े रहे है और सेना के कई अभियानों का हिस्सा बने है। कर्नल अजय कोठियाल सेना से रिटायर्ड हो चुके हैं। उनका जन्म 26 फरवरी 1968 को गुरदासपुर में हुआ था। वह दो बार एवरेस्ट विजेता रह चुके हैं। उन्होंने एवरेस्ट अभियान का नेतृत्व किया। इसके अलावा केदारनाथ पुनर्निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई। नंदा देवी राजजात 2014 का संचालन किया। सेना के कई अभियानों को अंजाम देने के साथ उन्होंने यूथ फाउंडेशन के जरिए युवाओं को जोड़ा।
Publish by- shivam Dixit
@shivamniwan