कानपुर: दक्षिणी पश्चिमी मानसून बुन्देलखण्ड और पूर्वी उत्तर प्रदेश में झमाझम बारिश हो रही है और अब कानपुर मंडल में भी बारिश की मौसमी गतिविधियां अनुकूल हो गई हैं। इससे आगामी तीन दिनों तक बारिश का पूर्वानुमान है और आकाशीय बिजली भी कड़केगी। ऐसे में कानपुर के तटीय इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ सकता है, खासकर शहर के दक्षिणी इलाके जो पाण्डु नदी के जलभराव से प्रभावित है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि अगले 24 घंटों के दौरान, उत्तर मध्य प्रदेश, पूर्वी राजस्थान के आसपास के हिस्सों, पश्चिम बंगाल, सिक्किम, उत्तरी ओडिशा के कुछ हिस्सों, बिहार, झारखंड, कानपुर मण्डलसहित पूर्वी उत्तर प्रदेश, तटीय कर्नाटक और केरल के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में एक या दो तेज बारिश के साथ हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर तेज बारिश हो सकती है। जम्मू कश्मीर, पश्चिम उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों, पूर्वी राजस्थान के शेष हिस्से, मध्य प्रदेश के शेष हिस्से, छत्तीसगढ़, कोंकण और गोवा, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह और लक्षद्वीप के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश संभव है। तेलंगाना, आंतरिक कर्नाटक, दक्षिण गुजरात और आंतरिक ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश संभव है।
बताया कि न्यूमेरिकल मॉडल एवं हवा की दिशा देखने से इस बात का पूर्वानुमान है कि अगले तीन मानसून की गतिविधियां कानपुर सहित पूरे मंडल में चलती रहेंगी। हल्के से मध्यम बारिश भी होगी बादलों की उमड़ घुमड़ भी बनी रहेगी बीच-बीच में धूप भी निकल सकती है। अगले तीन दिन में लगभग 30 मिलीमीटर तक बारिश का पूर्वानुमान है।