इटावा: उत्तरप्रदेश के इटावा में नवनियुक्त भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष विवेक उर्फ संजू चौधरी ने सफाई देते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा समेत विपक्ष के अन्य नेताओं द्वारा उन्हें बदनाम करने की नीयत से फर्जी खबर ट्वीट करने का आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि जनपद में ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान हुई हिंसा में पुलिस ने उन्हें आरोपी नहीं बनाया था और न ही पुलिस और विपक्ष के नेताओं के पास कोई सबूत है। यदि कांग्रेस महासचिव श्रीमती वाड्रा या किसी के पास कोई सबूत है तो वह सार्वजनिक करें, अन्यथा आगामी विधानसभा चुनाव में युवा जवाब देंगे।
उल्लेखनीय है कि ब्लॉक प्रमुख चुनाव के दौरान बढ़पुरा ब्लॉक में भाजपा नेता विमल भदौरिया ने अपने समर्थकों के साथ पुलिस से झड़प की थी, तत्कालीन एसपी सिटी प्रशांत कुमार ने भाजपा नेताओं द्वारा उन्हें पीटने और हिंसा करने का आरोप लगाया गया था।
थाना प्रभारी की शिकायत पर भाजपा नेता विमल भदौरिया समेत 125 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इस मामले में पुलिस ने विवेक उर्फ संजू चौधरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जेल से जमानत पर छूटकर बाहर आने के बाद प्रदेश नेतृत्व ने उन्हें भाजपा युवा मोर्चा के जिलाध्यक्ष नियुक्त कर दिया है। इसके बाद से कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा समेत अन्य राजनैतिक दलों ने ट्वीट कर भाजपा पर निशाना साधा है।
नवनियुक्त युवा मोर्चा जिलाध्यक्ष विवेक उर्फ संजू चौधरी ने सोमवार को एक प्रेसवार्ता में सफाई देते हुए प्रियंका वाड्रा समेत अन्य विपक्षी दलों को चुनौती दी है कि अगर उनके खिलाफ हिंसा करने या एसपी सिटी को थप्पड़ मारने का कोई सबूत है तो सार्वजनिक करें, अन्यथा माफी मांगे।
सपा जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने भी बीजेपी पर निशाना साधते हुए गुंडों की पार्टी बताया है। उन्होंने कहा कि पुलिस को पीटने वाले को बीजेपी ने प्रमोशन किया है। कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष उदयभान सिंह यादव ने भी भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है।