कानपुर: देश के चर्चित हत्याकांड बिकरु के बाद कानपुर को पुलिस कमिश्नरेट में तब्दील कर दिया गया। इसके बाद से पुलिस कमिश्नर असीम अरुण लगातार कानपुर पुलिस तंत्र को मजबूत करने में जुटे हैं। इसी कड़ी में अब प्रशिक्षण का भी कार्यक्रम पुलिस लाइन में शुरु कर दिया गया है। इसके तहत कानपुर पुलिस आधुनिक हथियारों से प्रशिक्षित होगी और जनपद के विभाग के सभी हथियारों को चरणबद्ध तरीके से प्रशिक्षण केन्द्र लाया जाएगा। यहां पर उनकी साफ-सफाई के साथ उनकी कार्य क्षमता परखी जाएगी।
कानपुर में कमिश्नरेट प्रणाली लागू होने के बाद से पुलिस कमिश्नर असीम अरुण लगातार पुलिस कर्मियों को मोटिवेट करते हुए उन्हें हर तरह का प्रशिक्षण दे रहे हैं। इसी क्रम में पुलिस लाइन में प्रशिक्षण केन्द्र बनाया गया है जहां पर नियमित रुप से पुलिसकर्मी शस्त्र चलाने के तौर तरीके सीखेंगे। यह भी प्रशिक्षण दिया जाएगा कि आपातकालीन स्थिति में बदमाशों और अपराधियों से किस प्रकार मोर्चा लेकर उन्हे धरासाई करना है।
इस प्रशिक्षण इकाई में पुलिस कर्मियों को एमपी फाइव, अत्याधुनिक पिस्टल जैसे हथियारों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है, जबकि ऐसा भी देखा गया है कि बहुत से हथियार ऐसे भी हैं जो दरबान और पुलिसकर्मी साथ लेकर चलते हैं जिन्हें काफी समय से इस्तेमाल ही नहीं किया गया है। ऐसे हथियारों को इस प्रशिक्षण केंद्र लाकर उनकी साफ-सफाई भी की जा रही है, ताकि किसी भी आपदा के समय ये हथियार इन पुलिसकर्मियों को धोखा ना दे।
ऐसे में अगर यह कहा जाए कि स्मार्ट सिटी का दर्जा पा चुकी कानपुर सिटी की पुलिस भी अब स्मार्ट होने जा रही है तो गलत नहीं होगा। इस प्रशिक्षण केन्द्र से अब कानपुर पुलिस आधुनिक हथियारों को चलाने में सक्षम होगी और संभावना है कि दुर्दांत अपराधियों से कानपुर पुलिस मोर्चा ले सकेगी। इसके साथ ही बिकरु कांड जैसे हत्याकांड से पुलिस बच सकेगी।
पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि अपराध पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस तंत्र का मजबूत होना बहुत जरुरी है और उनमें प्रमुख है हथियारों का प्रशिक्षण। इसीलिए अब नियमित प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है।