लखनऊ :- उत्तर प्रदेश प्रदेश की योगी सरकार बुधवार को अपने कार्यकाल का आखिरी और 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट सदन में पेश किया है। वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने सदन में अनुपूरक बजट पेश किया।
आज सदन की कार्यवाही जैसे ही शुरू हुई,वैसे ही विपक्षी पार्टियों के नेताओं ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा को लेकर विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने विपक्षी सदस्यों को समझाने की कोशिश की, लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद उन्होंने सदन की कार्यवाही को 40 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि विपक्ष के पास कोई काम नहीं है। वह सदन की कार्यवाही में बाधा डालना चाहता है। कहा कि प्रदेश में पेट्रोल और डीजल के दाम अन्य राज्यों से कम हैं। इन पर वैट भी अन्य राज्यों की तुलना में कम है। सरकार गरीबों को मुफ्त में खाद्यान्न बांट रही है।
नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चौधरी ने महंगाई का मुद्दा उठाते ही सपा और अन्य विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की सरकार बुधवार को वित्तीय वर्ष 2021-22 का पहला अनुपूरक बजट विधानमंडल में पेश करेगी। इसके पहले सोमवार को योगी कैबिनेट की बैठक हुई जिसमें बजट के प्रस्तावों पर मुहर लगाई गई। इस बजट में चुनाव से पहले शीर्ष प्राथमिकता के साथ पूरी की जाने वाली परियोजनाओं को रफ्तार देने के लिए जरूरी धनराशि का प्रावधान किए जाने की उम्मीद है।
इस बजट में अयोध्या, काशी और गोरखपुर की विकास योजनाओं को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता भी दिख सकती है। माना जा रहा है कि अनुपूरक बजट का आकार 30 हजार करोड़ के पार जा सकता है। अनुपूरक बजट पेश होने से पहले मानसून सत्र के दूसरे दिन की कार्यवाही शुरू होते ही विधानसभा में विपक्ष ने जमकर हंगामा किया।
Publish by- shivam Dixit
@shivamniwan