राहुल गांधी की सांसदी जाने के मुद्दे पर विपक्ष एकजुट होता दिख रहा है लेकिन इतना तो आप भी वाकिफ होंगे सियासत के खेल में अपना अपना सिक्का जमाने के लिए दांव चलते हैं। आज साथ दिखाई देंगे और उसके बाद अपना फायदा देखकर पलट जाएंगे।
राहुल गांधी की सांसदी जाने के बाद आप और सपा पार्टी भाजपा पर लगातार निशाना साधने में जुटे हुए हैं वहीं बीजेपी भी शांत नहीं है। बीजेपी कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को लगातार घेर रही है। आज (28 मार्च) सुबह केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि राहुल गांधी पीएम मोदी का अपमान करते करते ओबीसी समाज का अपमान कर रहे हैं। जबकि पीएम ने हमेशा कहा है कि आप मेरा चाहे जितना अपमान करना है करिए, लेकिन देश का अपमान मत करिए।
स्मृति ईरानी ने कहा, ‘अपनी पॉलिटिकल बौखलाहट में राहुल गांधी का मोदी जी के प्रति विष, देश के अपमान में परिवर्तित हो चुका है। पीएम मोदी का अपमान करते करते पूरे OBC समाज का अपमान करना भी उन्होंने उचित समझा। नरेंद्र मोदी की इमेज पर प्रहार करने के लिए उन्होंने (राहुल गांधी) विदेश में झूठ बोला, देश में झूठ बोला, संसद में झूठ बोला। ये वो व्यक्ति है जो सुप्रीम कोर्ट के सामने नाक रगड़ कर माफ़ी मांगते हैं और आज ढोंग करते हैं डरपोक न होने का।’
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि वो उनका मकसद PM मोदी की छवि नष्ट करना है। वहीं स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के अध्यक्ष के हाल ही में अभद्र टिप्पणी करने को लेकर भी पीसी में करारा जवाब दिया। दरअसल कांग्रेस नेता श्रीनिवास ने स्मृति ईरानी को लेकर विवादित बयान दिया था. श्रीनिवास ने कहा था, “स्मृति ईरानी गंगूी-बहरी हो गईं हैं, उसी डायन को… महंगाई डायन को… महंगाई डायन को बेडरूम में बैठाने के लिए डार्लिंग बनाने का काम किया है।”
बस फिर क्या था नारी को इस तरह के शब्द बोलने को लेकर बवाल छिड़ गया खुद ईरानी ने इसपर पलटवार करते हुए कहा, “श्रीनिवास का बयान…..राहुल गांधी के शब्द हैं, सोनिया गांधी के संस्कार हैं….ये पहली बार नहीं है जिस किसी को कांग्रेस में प्रमोशन चाहिए वो ऐसी ही भाषा मुझपर बोलेगा।” कर्नाटक भाजपा ने भी ट्विट करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा और लिखा- इस तरह की अभद्र भाषा का प्रयोग जघन्य हमला बेहद निंदनीय है!
इसके बाद श्रीनिवास ने अपने इस टिप्पणी पर सफाई देते हुए कहा, जब गैस सिलेंडर की कीमत 400 रुपये होती थी तो वह (स्मृति ईरानी) ‘महंगाई डायन’ की बात करती थीं और अब कीमत 1100 रुपये तक पहुंच गई है और वह ‘डायन’ अब प्यारी हो गई है। मैंने पहले यही कहा था। इसमें गलत क्या है?

