यूपी की सियासत में कुछ ना कुछ आजकल हलचल देखने को मिल रही है। साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा अपनी कमर कस चुकी है। अपने प्लान के अनुसार भाजपा चुनाव के लिए ताकत झोंकने में लगी हुई है। वहीं सपा के कुछ नेता और विधायक भाजपा के संपर्क में लगे हुए हैं।
अब आप इस बात को लेकर पहले से ही वाकिफ़ हैं कि भारत की राजनीति में बिना किसी हलचल के बिना काम पूरा नहीं होता है। भारत की राजनीति किसी भूचाल से कम नहीं है। हर बार जब भी चुनाव आते हैं सभी पार्टियां अपने अपने बिलों से निकलकर प्रचार में जुट जाती हैं जैसे ही चुनाव खत्म वादे भी धीरे धीरे फुस होने लगते हैं।
एक बार फिर यूपी की राजनीति में उठा-पठक होने की संभवाना उठ रही है। दरअसल इस बात का संकेत उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य(Uttar Pradesh Deputy CM Keshav Prasad Mourya) ने ट्विट करके दिया उन्होनें एक तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा- बदलते मौसम के लिए रहें तैयार… जिसके बाद राज्य में सियासी हलचल अचानक तेज हो गई।
बदलते मौसम के लिए रहें तैयार… pic.twitter.com/V4IP0mtDr3
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) February 24, 2023
यूपी की सियासत ऐसी है जैसे बदलता मौसम और हवाओं का रूख। सपा के कई नेता और विधायक भाजपा के संपर्क में इस बात की चर्चा दारा सिंह चौहान के यहां उनकी बेटी की शादी समारोह से ही जोरों पर हैं। जिसमें भूपेंद्र चौधरी, केशव प्रसाद मौर्य और ओम प्रकाश राजभर शामिल हुए। इस शादी समारोह में बीजेपी नेताओं और सपा के बड़े नेता के साथ ही विधायकों की करीबियां देखने को मिली थीं।

इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि यूपी की राजनीति में उधल-पुथल होने की संभावनाएं लग रहीं हैं। आपको बताते चलें कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले दारा सिंह चौहान बीजेपी से सपा में शामिल हुए थे। इसके अलावा सपा के नेता धर्म सिंह सैनी के बीजेपी में शामिल होने की अटकलें चल रही हैं।
बात यहीं खत्म नहीं होती है। इससे पहले केंद्रीय मंत्री और अमेठी से बीजेपी सांसद स्मृति ईरानी के यहां खिचड़ी भोज था। इसमें सपा विधायक महाराजी देवी को देखा गया था। तो आप इससे समझ सकते हैं कि यूपी की सियासत में इस समय तेज हलचल मची हुई, अंदर खाने भाजपा और सपा के बीच में खिचड़ी पक रही है। भाजपा और सपा के बीच महाभारत की कूटनीति वाला खेल चल रहा है। कभी कोई भाजपा प्रत्याशी सपा में जा रहा है तो कभी कोई सपा नेता सपा छोड़कर भाजपा का हाथ थाम रहा है।

