रामनवमी शोभा यात्रा के दौरान पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के रिसड़ा में हुई हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार ममता सरकार पर निशाना साध रही है। भाजपा सड़क से लेकर सदन तक घेरने की कोशिश तो कर ही रही है और अब सरकार को कोर्ट के कठघरे में खड़ा करने की तयारी कर ली है। बता दें कि नेता प्रतिपक्ष और भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कलकत्ता हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। मुख्य कार्यवाहक न्यायाधीश टीएस शिव ज्ञानम और हिरणमय भट्टाचार्य की खंडपीठ ने इस संबंध में अतिरिक्त हलफनामा देने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही राज्य सरकार से भी रिपोर्ट तलब की गई है।
गौरतलब है कि सोमवार को भी रिसड़ा के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाएं हुई थीं। उसके बाद देर रात रेलवे स्टेशन के पास आगजनी, तोड़फोड़ और बमबारी हुई थी। रात भर अल्पसंख्यक इलाकों में बमबारी होती रही थी। इसे लेकर दूसरे राज्यों में जाने वाली कई ट्रेनें हावड़ा स्टेशन पर तीन से चार घंटे तक विलंबित रहीं। इसी को लेकर शुभेंदु अधिकारी ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की है।
भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आरोप लगाया कि धारा 144 लगी हुई है और इंटरनेट बंद होने के बावजूद तृणमूल कांग्रेस के नेता आ जा रहे हैं और लगातार सामूहिक हिंसा हो रही है। इस दौरान उन्होंने केंद्रीय बलों की तैनाती की मांग कार्टर हुए कहा कि पुलिस प्रशासन पूरी तरह से विफल है। इसलिए केंद्रीय बलों की तैनाती होनी चाहिए। भाजपा नेता ने इस घटना की एनआईए जांच की भी मांग की है। इसके पहले उन्होंने हावड़ा हिंसा की जांच एनआईए से कराने और केंद्रीय बलों की तैनाती वाली एक याचिका लगाई है, जिस पर बुधवार को ही सुनवाई होनी है।

