कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद राहुल गांधी की मुश्किलें दिन पर दिन लगातार बढ़ती ही दिख रही हैं। उनकी परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एक मुसीबत खत्म हो रही है कि दूसरी खड़ी हो जा रही है। अभी हाल ही में गुजरात की सूरत कोर्ट ने कांग्रेस नेता राहुल गाँधी को मोदी उपनाम संबंधी टिप्पणी करने के आरोप में 2 साल की सजा सुनाई है। इसके बाद लोकसभा से उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया गया। स्पीकर ने जन प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 के तहत कार्रवाई की।
सदस्यता समाप्त होने के बाद लोकसभा सचिवालय ने नोटिस जारी कर राहुल गाँधी को 22 अप्रैल तक सरकारी बंगला खाली करने को कहा है। बता दें कि पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने सरकारी बंगला खाली करने के नोटिस पर अब जवाब दिया है। उन्होंने इस नोटिस पर लोकसभा के डिप्टी सेक्रेटरी को बंगला खाली करने के पत्र पर अपना जवाब देते हुए कहा कि वो इस आदेश का पालन करेंगे। हालांकि, उन्होंने ये भी कहा कि 12 तुगलक लेन में रहते हुए इस घर से उनकी बहुत सारी यादें जुड़ी हैं।
वहीं, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बंगला खाली करने के नोटिस को लेकर कहा, ये लोग कोशिश करते रहेंगे राहुल गांधी को कमजोर बनाने की। अगर राहुल बंगला खाली करते भी हैं तो वो अपनी मां सोनिया गांधी के साथ रह सकते हैं या वो मेरे पास आ जाए।

