Leap Year 2024 : Google ने आज यानि 29 फरवरी को खास Doodle बनाया है दरअसल 4 सालों के बाद इस 2024 में लीप ईयर पड़ा है इसलिए गूगल ने खास डूडल बनाया है वैसे तो गूगल डूडल आमतौर पर किसी खास बड़े व्यक्तत्व शख्स या कोई इवेंट या कार्यक्रम को लेकर होते हैं जो किसी देश खास देश से जुड़े हों लेकिन आज 29 फरवरी का ये लीप ईयर यूनिवर्सल यानि सभी देशों से जुड़ा है।
जानिए लीप ईयर की अहमियत
अभी तक आप बस इतना ही जानते होंगे कि लीप चार साल के बाद आता है लेकिन आज हम आपको इसकी रियल अहमियत बताने जा रहे हैं पृथ्वी के एक दिन में पूरे 24 घंटे की बजाय 23.262222 घंटे का है और चार साल एक बार लीप ईयर आने से कैलेंडर 44 मिनट आगे बढ़ जाता है जिससे मौसम और महीनों के बाच अलग डिफरेंस उत्पन्न होता है।
अगर ना होता लीप ईयर तो क्या होता जानिए
29 फरवरी का दिन कैलेंडर को पृथ्वी की ऑर्बिट के साथ संतुलनित रखने में मदद करता है। अगर लीप ईयर चार सालों में ना हो तो इसके अभाव में, मई-जून की गर्मी नवंबर में पहुंच सकती है। 29 फरवरी का दिन सभी मौसम को सही महीने में लाने में मदद करता है, जिससे कैलेंडर में संतुलन बना रहता है।
कैसे हुई लीप ईयर की शुरूआत जानिए
पहले के युग में, सूरज की स्थिति से दिनों की गणना होती थी, लेकिन समय बदला और इसके साथ कैलेंडर आया 45 BC में, जूलियस सीजर ने अपने जूलियन कैलेंडर में एक अतिरिक्त दिन जोड़ा, लेकिन फिर भी 11 मिनट का अंतर रह गया। 16वीं शताब्दी में, पॉप ग्रिगोरी XIII ने ग्रिगोरियन कैलेंडर लाया, जिसमें 29 फरवरी को लीप डे माना गया, जो हर 100 साल के बजाय 4 साल में होता है। 400 से विभाज्य वर्ष को भी लीप ईयर माना जाता है।
Google ने बनाया लीप ईयर पर इस तरह का डूडल
पूरे डूडल में, 28, 29 और 1 मार्च की तारीखों को देखा जा सकता है। गूगल के लीप डे के डूडल का बैकग्राउंड को तालाब के रूप में डिजाइन आप देख सकते हैं और Google शब्द को कमल के पत्तों के साथ बनाया गया है। इस डूडल में दिखाया गया है कि 28 फरवरी और 1 मार्च के बीच में इस बार 29 फरवरी आई है। डूडल पर क्लिक करने के बाद, एक मेंढ़क पहले टर्राता है, और फिर 29 तारीख को जूम करके दिखाता है, उसके बाद वह तालाब से बाहर कूद जाता है, जिसके बाद 29 तारीख और मेंढ़क दोनों गायब हो जाते हैं।