Greater Noida News: किसान आंदोलन के दौरान गिरफ्तार सात किसानों को मंगलवार को जेल से रिहा कर दिया गया। इन किसानों को हाल ही में दलित प्रेरणा स्थल और यमुना एक्सप्रेसवे के जीरो प्वाइंट पर प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिया गया था। हिरासत में लिए गए अन्य किसानों के खिलाफ दर्ज मामलों की जांच की जा रही है, ताकि उनकी रिहाई तय की जा सके।
ग्रेटर नोएडा जेल अधीक्षक का बयान
गौतमबुद्ध नगर जिला जेल के अधीक्षक ने बताया कि लुक्सर जेल में फिलहाल 136 किसान बंद हैं। इनमें से सात किसानों को रिहा कर दिया गया है। फिलहाल ग्रेटर नोएडा जेल में 129 किसान बंद हैं, जिन पर आपराधिक मामले चल रहे हैं। इन जांचों के पूरा होने के बाद उनकी रिहाई के बारे में फैसला लिया जाएगा। गौतमबुद्ध नगर पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह से आदेश की कॉपी मिलने के बाद सातों किसानों की रिहाई की गई।
जिले में उच्च स्तरीय बैठक हुई
सोमवार को प्रमुख सचिव (उद्योग) अनिल सागर और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में किसानों के 15 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अहम बैठक हुई। बैठक में मुख्य मांग जेल में बंद किसानों की बिना शर्त रिहाई की थी। बैठक के बाद पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह ने कुछ किसानों की रिहाई का आदेश जारी किया। लुक्सर जेल प्रशासन को आदेश मिलने के बाद मंगलवार को सात किसानों को रिहा कर दिया गया।
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किसानों की गिरफ्तारी के बाद विपक्ष सक्रिय
गौरतलब है कि किसानों के आंदोलन के दौरान कई लोगों को जेल भेजा गया था। इसके बाद विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधना शुरू कर दिया। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी ने किसानों के आंदोलन का समर्थन किया है। विपक्ष ने प्रशासन पर गौतमबुद्ध नगर के किसानों का शोषण करने का आरोप लगाया है। इसके चलते कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के कई सांसद और विधायक जेल में बंद किसानों से मिलकर अपनी एकजुटता दिखा रहे हैं।