Greater Noida: ग्रेटर नोएडा के दादरी थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां कुछ युवकों की हरकतों से परेशान होकर चार बहनें खुद को घर में कैद करने को मजबूर हो गई हैं। पीड़ित छात्राओं का आरोप है कि आरोपी युवक अक्सर उनका रास्ता रोकते हैं और अभद्र व्यवहार करते हैं। कई बार पुलिस से शिकायत करने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई, जिसके बाद आखिरकार डीएम और डीसीपी से शिकायत करने पर तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
रास्ता रोककर की अभद्रता, आरोपी की मां ने भी किया दुर्व्यवहार
मामला 17 जनवरी का है, जब बीकॉम फाइनल ईयर की छात्रा अपने घर के पास ट्यूशन के लिए निकली थी। तभी पड़ोस में रहने वाले दो युवकों ने उसका रास्ता रोककर अभद्र व्यवहार किया। छात्रा के विरोध करने पर गाली-गलौज और धमकियां दी गईं। हैरान करने वाली बात यह रही कि मौके पर पहुंची आरोपियों की मां ने भी अपने बेटों को रोकने के बजाय उल्टा पीड़िता से दुर्व्यवहार किया और हाथापाई की, जिससे छात्रा के कपड़े तक फट गए। किसी तरह वहां से भागकर छात्रा अपने घर पहुंची और परिवार को आपबीती सुनाई।
परिवार में दहशत, घर में कैद हुईं बहनें
पीड़िता का कहना है कि आरोपियों और उनके दोस्तों के डर से उसने घर से निकलना बंद कर दिया है। आरोपी युवक अक्सर उसके घर के बाहर घूमते हैं और उसके पिता को धमकियां देते हैं। छात्रा की चार बहनें और एक छोटा भाई भी हैं, जिनमें से दो बहनें 12वीं और 10वीं की छात्राएं हैं। छात्रा को डर है कि अगर हालात नहीं सुधरे तो उसकी बहनें परीक्षा देने से वंचित रह सकती हैं। पिता गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं, जबकि मां घरेलू सहायिका का काम करती हैं। पूरा परिवार आरोपियों की धमकियों और डर के कारण घर में कैद होने को मजबूर है।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप
छात्रा ने बताया कि घटना के तुरंत बाद संबंधित पुलिस चौकी में शिकायत की गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिसकर्मियों की अनदेखी से परेशान होकर परिवार ने आखिरकार डीएम और डीसीपी से गुहार लगाई, जिसके बाद पुलिस हरकत में आई और तीन आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
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पुलिस ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
इस मामले में पुलिस का कहना है कि शिकायत के आधार पर रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की जाएगी। वहीं, पीड़ित परिवार ने प्रशासन से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है ताकि उनकी बेटियां बिना डर के अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।