Ghaziabad: गाजियाबाद में डीसीपी रूरल सुरेंद्र नाथ तिवारी ने पिछले महीने हुई बड़ी चोरी का खुलासा करते हुए आरोपी समीर पुत्र मोहम्मद उमर को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 25 लाख रुपये के गहने भी बरामद किए हैं। यह घटना मोदीनगर की तिबड़ा रोड कॉलोनी में हुई थी, जहां एक मकान में रेनोवेशन के दौरान 50 लाख रुपये के पुश्तैनी गहने चोरी हो गए थे।
तीन टीमों ने किया मामले का खुलासा
डीसीपी ने बताया कि मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन विशेष टीमों का गठन किया गया। मकान मालिक राम अग्रवाल ने 23 नवंबर को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि रेनोवेशन के दौरान उनके अलमारी की तिजोरी से गहने चोरी हो गए। तहरीर में उन्होंने शक जाहिर किया था कि यह चोरी घर में काम करने वाले किसी व्यक्ति ने की है।
कैसे हुआ आरोपी समीर तक पहुंचने का खुलासा
घर में काम कर रहे दर्जन भर लोगों में से मेरठ निवासी समीर नाम के एक कारपेंटर पर पुलिस को संदेह हुआ। पूछताछ के दौरान समीर के विरोधाभासी बयानों के बाद पुलिस ने सख्ती से उससे पूछताछ की, जिसमें उसने अपराध कबूल कर लिया।
वारदात को ऐसे अंजाम दिया समीर ने
समीर ने पुलिस को बताया कि वह घर में काम कर रहा था, तभी उसे अलमारी खुली हुई मिली। उसने मौका पाकर तिजोरी में रखे बिना ताले के गहनों को धीरे-धीरे चोरी करना शुरू किया। वह कई दिनों तक गहने चुराकर अपने घर ले जाता रहा। इस तरह उसने 80 तोला सोना, आधा किलो चांदी और 100 ग्राम हीरे के गहने चोरी किए।
गहनों से लोन लेकर खरीदा प्लॉट
डीसीपी सुरेंद्र नाथ तिवारी के मुताबिक, समीर ने चोरी के कुछ गहने अपने पिता मोहम्मद उमर के साथ मिलकर कैपरी लोन बैंक, मेरठ से 3.14 लाख रुपये का लोन लिया। साथ ही, कुछ गहने बेचकर प्लॉट खरीदने के लिए अपने पिता को पैसे दिए।
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पुलिस को मोहम्मद उमर की तलाश
पुलिस ने समीर के पिता मोहम्मद उमर को भी मामले में अभियुक्त बनाया है और उनकी तलाश जारी है। समीर के कब्जे से 220 ग्राम सोने के आभूषण, 320 ग्राम चांदी और डायमंड के दो कंगन बरामद किए गए हैं।