कांग्रेस नेता और पूर्व लोकसभा सांसद राहुल गांधी आज गुजरात के सूरत कोर्ट के फैसले को चुनौती देंगे। उन्हें सूरत कोर्ट ने 2 साल की सजा सुनाई है। जिसके बाद 24 मार्च को लोकसभा सचिवालय ने एक अधिसूचना जारी कर उनकी लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी। हालाँकि कोर्ट ने अपने फैसले को एक महीने तक के लिए निलंबित कर दिया था और राहुल गाँधी को ऊपरी अदालत में फैसले के खिलाफ जाने की मोहल्लत दी थी। आज वह सूरत की सत्र न्यायालय में अपनी दोष सिद्धि के खिलाफ अपील दायर करेंगे। इस बीच राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में राहुल गाँधी के घर पर उनसे मिलने उनकी मां सोनिया गांधी पहुंचीं।
बता दें कि सूरत में राहुल गाँधी की बहन और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, कांग्रेस शासित तीन राज्यों के मुख्यमंत्रियों और अन्य बड़े नेताओं के अलावा राज्य इकाइयों के नेताओं के मौजूद रहने की उम्मीद है। राहुल गाँधी के वकीलों ने कहा कि सूरत की सत्र अदालत से सजा निलंबित करने का आग्रह किया जाएगा।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गाँधी को सूरत के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एचएच वर्मा की अदालत ने 2019 के आपराधिक मानहानि मामले में 23 मार्च दोषी करार दिया गया था। अदालत ने राहुल को भारतीय दंड संहिता की धारा 499 (मानहानि) और 500 (किसी व्यक्ति की आपराधिक मानहानि के दोषी व्यक्ति के लिए सजा) के तहत 2 साल की सजा सुनाई है।
बता दें कि राहुल गाँधी के खिलाफ भाजपा के विधायक और गुजरात के पूर्व मंत्री पूर्णेश मोदी ने उस टिप्पणी को लेकर शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें राहुल गाँधी ने कहा था- ‘सभी चोरों का उपनाम मोदी क्यों है?’ राहुल ने 13 अप्रैल, 2019 को लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कर्नाटक के कोलार में एक रैली को संबोधित करते हुए यह टिप्पणी की थी।

