Bihar Voter List Revision: बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दौरान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने वोटर लिस्ट की समीक्षा पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि “बिहार के किसी भी नागरिक का नाम मतदाता सूची से नहीं कटना चाहिए।” उन्होंने इस विषय को लोकतंत्र के मूल अधिकारों से जोड़ते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस मुद्दे पर स्पष्ट आश्वासन की मांग की।
“कल जो हुआ, वो मुझे ठीक नहीं लगा”: तेजस्वी यादव
तेजस्वी ने सदन की कार्यवाही पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि “कल जो सदन में हुआ, वो ठीक नहीं था।” उन्होंने कहा कि विधानसभा एक पवित्र मंच है और यहां राज्य की तरक्की, शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य जैसे असल मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने अपील की कि सभी दलों को मिलकर राज्य के विकास की दिशा में कार्य करना चाहिए।
“अमित शाह को अब नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं”
नेता प्रतिपक्ष ने सत्तारूढ़ गठबंधन को लेकर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विश्वास नहीं रह गया है। तेजस्वी ने तंज कसते हुए कहा, “शाह जी कहते हैं कि चुनाव जेडीयू के नेतृत्व में लड़ा जाएगा, लेकिन ये नहीं बताते कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा।”
चुनाव आयोग की भूमिका पर उठाए सवाल
तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि वोटर लिस्ट में बाहरी लोगों के नाम शामिल होने की बात अगर सामने आ रही है तो यह गृह मंत्रालय का विषय है, न कि चुनाव आयोग का। “चुनाव आयोग का काम निष्पक्ष और स्वतंत्र चुनाव कराना है, ना कि नागरिकता की जांच करना।” उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट में चुनाव आयोग द्वारा दिए गए हलफनामे में कहीं भी “विदेशी” शब्द का प्रयोग नहीं किया गया है।
“घुसपैठ की जिम्मेदारी सरकार की है”
तेजस्वी ने कहा कि अगर राज्य में कोई बाहरी या घुसपैठिया आया है तो इसकी जिम्मेदारी राज्य और केंद्र सरकार की है। उन्होंने याद दिलाया कि “बीते 20 वर्षों से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री हैं और 11 वर्षों से नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं। ऐसे में किसी घुसपैठ को रोकने की जिम्मेदारी उन्हीं की है।”
सभी बिहारी नागरिकों को वोट का अधिकार मिलना चाहिए
तेजस्वी यादव ने दोहराया कि विधानसभा चुनाव से पहले इस सत्र में वोटर लिस्ट की पारदर्शिता सुनिश्चित की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि “यह अंतिम सत्र है, अब फैसला जनता के हाथ में है कि अगली सरकार कौन बनाएगा। लेकिन इससे पहले यह आश्वासन मिलना चाहिए कि किसी भी बिहारवासी का नाम मतदाता सूची से नहीं हटाया जाएगा।”
मुख्यमंत्री से मांगा स्पष्ट आश्वासन
तेजस्वी ने अंत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सीधा सवाल करते हुए मांग की कि वह सदन में यह स्पष्ट करें कि किसी भी योग्य नागरिक का नाम वोटर लिस्ट से नहीं हटेगा। उन्होंने इसे लोकतंत्र के हित में जरूरी बताया और कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इस मुद्दे पर एकमत होकर कार्य करना चाहिए।
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