Auraiya Flood News: जनपद औरैया में यमुना नदी के जलस्तर में लगातार वृद्धि से कई गांवों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। सिकरोड़ी, गोहानीकला और अस्ता समेत कई ग्रामीण इलाकों में पानी घुस गया है, जिससे वहां के निवासियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों ने सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन शुरू कर दिया है।
प्रशासन ने संभाला मोर्चा, नाव से किया जा रहा है रेस्क्यू
जिला प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित गांवों में नाव की सहायता से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है। प्रशासनिक टीम लगातार निगरानी बनाए हुए है और राहत-बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।
जिलाधिकारी (DM) और पुलिस अधीक्षक (SP) ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया। इसके साथ ही सदर विधायक गुड़िया कठेरिया भी मौके पर पहुंचीं और उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को लंच पैकेट वितरित किए।
ग्रामीणों में मगरमच्छ और जहरीले जीवों का खौफ
बाढ़ के पानी में मगरमच्छ देखे जाने की खबर से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुना का पानी जैसे-जैसे गांवों में घुस रहा है, वैसे-वैसे कई जहरीले कीड़े-मकोड़े, सांप, और मगरमच्छ भी गांवों की ओर आ रहे हैं, जिससे बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है।
बढ़ते जलस्तर पर प्रशासन की पैनी नज़र
यमुना नदी के जलस्तर में हो रही निरंतर वृद्धि को लेकर जिला प्रशासन सतर्क है। लगातार निगरानी की जा रही है और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। जल संसाधन विभाग के अनुसार, अगर अगले 24 घंटे में बारिश जारी रही, तो हालात और बिगड़ सकते हैं।
सरकार से मदद की आस
ग्रामीणों ने सरकार से उचित मुआवज़ा, राहत सामग्री, और पुनर्वास की मांग की है। लोगों का कहना है कि हर साल बाढ़ से फसलें और मकान बर्बाद हो जाते हैं, लेकिन स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है।
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