दिल्ली की सियासत में इस समय भूचाल मचा हुआ है। पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और मंत्री सतेंद्र जैन ने अपने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस तख्तापलट से सीएम केजरीवाल अब कैबिनेट में फेरबदल करने जा रही है। अरविंद केजरीवाल ने आप विधायक सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) और आतिशी मार्लेना (Atishi Marlena) के नाम कैबिनेट मंत्री बनाने के लिए उपराज्यपाल वी.के सक्सेना (Vinai Kumar Saxena) को भेजे हैं।
बता दें मनीष सिसोदिया के पास 33 विभाग से 18 विभाग थे। वहीं सतेंद्र जैन के पास 6 विभाग थे। सतेंद्र जैन 9 महीने से मनी लान्ड्रिंग मामले में तिहाड़ जेल की हवा काट रहे हैं। सीएम केजरीवाल ने दोनों के इस्तीफे स्वीकर तो कर लिए और उसके बाद पार्टी के लिए नए मंत्री के नाम भी उपराज्यपाल को भेज दिए लेकिन देखना होगा कि सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) और आतिशी मार्लेना (Atishi Marlena) ये पद सही से संभाल पाएंगे।
हालांकि बताते चले सौरभ भारद्वाज दिल्ली के ग्रेटर कैलाश विधानसभा से तीन बार लगातार विधायक रहें हैं। पहली बार साल 2013 में विधायक चुने गए थे और 49 दिन की केजरीवाल सरकार में 4 बड़े विभागों के मंत्री भी रहे। ट्रासंपोर्ट, फूड एंड स्पलाई, पर्यावरण और जीएडी विभाग इनकों सौंपा गया था। साल 2015 में भी सौरभ भारद्वाज विधायक चुने गए। साल 2020 में तीसरी बार विधायक चुने गए और 2022 में उन्हें दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष के रूप में चुना गया।
वहीं आतिशी मार्लेना 2019 में पूर्वी दिल्ली से बीजेपी उम्मीदवार गौतम गंभीर के खिलाफ आतिशी मार्लेना ने लोकसभा का चुनाव लड़ा था लेकिन जीत हासिल नहीं कर सकीं। 2020 के विधानसभा चुनाव में कालका जी विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीत दर्ज की। वहीं, केजरीवाल सरकार की ऐज्युकेशन पॉलिसी तैयार करने में आतीशी ने काफी अहम रोल निभाया था।
आप पार्टी में मचे इस बवाल के बीच मशहूर समाजसेवक अन्ना हजारे का बयान सामने आया है, उन्होनें मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि यह मेरा दुर्भाग्य है कि मैंने अपने आंदोलन में केजरीवाल जी और मनीष सिसोदिया जैसे लोगों को शामिल किया जिनके अंदर वर्षों से भ्रष्टाचार का एक साम्राज्य बसा हुआ था जो सत्ता में आते ही बाहर निकलना शूरू हुआ।

