लखनऊ: आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए राज्य में राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। विपक्ष सरकार पर हमलावर दिख रहा है। इसी कड़ी में कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह ने महंगाई का हवाला देते हुए विधायक निवास में गैस चूल्हे की जगह लकड़ी और कोयले के चूल्हे की व्यवस्था करने की मांग की तो भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने उन पर जोरदार पलटवार किया। उन्होंने कांग्रेसी नेता को 2014 से पहले गैस सिलेंडर की कीमत को याद दिलाया जब देश में कांग्रेस नीत यूपीए सरकार थी।
भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने उनके बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी की तरह बिना तथ्य और बिना आंकड़ों के बोलने की कांग्रेस के अन्य सभी नेताओं की आदत बन गई है। सवाल के लहजे में दीपक सिंह से वह कहते हैं कि चूल्हा तो तब बनवाना था घरों में जब कांग्रेस ने कहा था कि छह सिलेंडर से ज्यादा एक वर्ष में नहीं दे सकते। मनीष शुक्ला ने कहा कि हमारी सरकार ने तो वह व्यवस्था की है जिसके तहत जितने भी सिलेंडर की आवश्यकता हो लोग ले सकते हैं। रही बात महंगाई की तो 26 मई 2014 से पहले देश में कहीं 928 तो कहीं 970 रुपये प्रत्येक घरेलू गैस सिलेंडर की कीमत थी। आज कितनी कीमत है कांग्रेस के नेता दीपक सिंह को पता कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि दीपक जी बिना तथ्यों और आंकड़ों के आधार पर बोलकर राहुल की राह पर मत चलिए।
भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला आगे कहते हैं कि यह हुई महंगाई की बात लेकिन इसके बाद कांग्रेस नेता दीपक सिंह को यह भी समझना चाहिए कि यदि लकड़ी और कोयले के चूल्हे पर भोजन बनेगा तो प्रदूषण का खतरा और बढ़ेगा दुर्भाग्य की बात यह है कि कांग्रेस के नेताओं को न तो प्रदूषण बढ़ने की चिंता है और न ही घर की बहू बेटियों के स्वास्थ्य की। यही वजह है वह गैस चूल्हे की जगह लकड़ी और कोयले के चूल्हे की वकालत करते हुए दिखाई दे रहे हैं। मालूम हो विधान परिषद में कांग्रेसी नेता दीपक सिंह ने महंगाई का हवाला देते हुए बुधवार को व्यवस्था अधिकारी को पत्र लिखकर विधायक आवास में गैस चूल्हे की जगह कोयला और लकड़ी के चूल्हे की व्यवस्था करने की मांग की है। उन्होंने इस बहाने केंद्र सरकार को शेर ने का काम किया है।