अलीगढ़ :- अलीगढ़ में प्रेमी की हत्या करने के बाद बेटी को एटा के मलावन क्षेत्र में गोली मारकर मरा समझकर फेंकने वाले माता-पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपियों ने प्रेमी की हत्या करना और बेटी को मरा समझकर फेंकना कुबूल किया है। पिता ने बताया कि प्रेमी की हत्या के बाद बेटी उनका साथ नहीं दे रही थी। ऐसे में उसे मारना ही ठीक समझा। पुलिस ने दोनों को जेल भेज दिया है।
रविवार को पुलिस ने प्रेसवार्ता कर बताया कि युवती निशा को गोली मारकर मरा समझकर फेंकने के आरोपी पिता अफरोज पुत्र फैयाज और उसकी पत्नी नूरजहां निवासी बारथर एटा और हाल निवासी मोहल्ला शहंशाहबाद थाना क्वार्सी अलीगढ़ को थाना मलावन पुलिस ने बागवाला आसपुर मार्ग से गिरफ्तार कर लिया है।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि प्रेमी आमिर की हत्या में निशा चश्मदीद है। वो हत्या का राज खोल रही थी। परिजनों ने उसे चुप रहने और समझाने का काफी प्रयास किया। नहीं मानने पर उसे भी जान से मारने की योजना बनाई। पिता अफरोज ने बेटी को गोली मारकर मरा समझकर झाड़ियों में फेंक दिया था, लेकिन वो बच गई।
घायल निशा ने पुलिस को पूरा घटनाक्रम बताया था। पुलिस ने बताया कि मलावन पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त तमंचा, कारतूस और बाइक बरामद की है। एसएसपी ने बताया कि घटना में शामिल घायल युवती के मामा अभी पुलिस पकड़ से दूर है। उसकी गिरफ्तारी के भी प्रयास किए जा रहे हैं।
हॉरर किलिंग के मामले में अलीगढ़ पुलिस भी घटना के दो आरोपियों की गिरफ्तारी कर चुकी है। अलीगढ़ पुलिस ने निशा के भाई और बड़े मामा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। दोनो जनपदों की पुलिस ही मामले में तेजी से काम कर रही थीं।
थाना मलावन क्षेत्र के गांव बहादुरपुर के पास नहर की पटरी किनारे झाड़ियों में नौ जुलाई की रात को निशा के पिता, मां और मामा ने गोली मारकर मृत समझकर फेंक दिया, लेकिन वो घायल हो गई थी और रातभर झाड़ियों में पड़ी रही। अगले दिन ग्रामीणों ने उसे देखकर पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने घायल निशा को जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से चिकित्सकों ने उसे अलीगढ़ रेफर कर दिया। मामले की रिपोर्ट ग्रामीण पंकज तिवारी ने घायल युवती के माता, पिता एवं मामा के खिलाफ दर्ज कराई थी।